इन राशियों की बदल सकती है किस्मत, वही इनको मिल सकता है लाभ…देखिये आज 24 अक्टूबर का राशिफल
मेष: मन परेशान रहेगा। यात्रा में कष्ट संभव है। विवादस्पद समाचार की प्राप्ति होगी, स्वास्थ्य मध्यम, प्रेम-संतान मध्यम और व्यापार लगभग ठीक रहेगा। शनिदेव को प्राणाम करते रहें।
वृषभ: नए व्यापार की शुरुआत ना करें। पिता के स्वास्थ्य पर ध्यान दें। कोर्ट- कचहरी में ना उलझें। स्वास्थ्य ठीक-ठाक, लेकिन सीने में विकार संभव है। प्रेम-संतान की स्थिति अच्छी है। नीली वस्तु पास रखें।
मिथुन: मान-सम्मान पर ठेस पहुंचने की उम्मीद है। यात्रा में कष्ट संभव है। अति धार्मिक होने से बचें। स्वास्थ्य ठीक-ठाक, प्रेम-संतान ठीक-ठाक और व्यापार मध्यम है। शनिदेव को प्राणाम करते रहें।
कर्क: चोट-चपेट लग सकता है। किसी परेशानी में पड़ सकते हैं। परिस्थितियां प्रतिकूल हैं। बहुत बचकर पार करें। स्वास्थ्य मध्यम, प्रेम-संतान मध्यम और व्यापार लगभग ठीक रहेगा। नीली वस्तु का दान करें।
सिंह: अपने स्वास्थ्य पर और जीवन साथी के स्वास्थ्य और साथ पर ध्यान दें। प्रेम-संतान मध्यम और व्यापार भी मध्यम दिख रहा है। नीली वस्तु का दान करें।
कन्या: पैरों में चोट-चपेट लग सकता है। शत्रुओं पर जीत हासिल होगी। स्वास्थ्य मध्यम रहेगा। प्रेम-संतान मध्यम रहेगा और व्यापार ठीक रहेगा। लाल वस्तु का दान करें।
तुला: मानसिक स्थिति गड़बड़ रहेगी। बच्चों के सेहत पर ध्यान दें और प्रेम में तू-तू, मय-मय से बचें। स्वास्थ्य खासकर मानसिक स्वास्थ्य गड़बड़ रहेगा। प्रेम-संतान मध्यम और व्यापार लगभग ठीक रहेगा। पीली वस्तु का दान करें।
वृश्चिक: घरेलू सुख बाधित होगा। भूमि और वाहन की खरीदारी में परेशानी का अनुभव करेंगे। स्वास्थ्य मध्यम, प्रेम-संतान मध्यम और व्यापार लगभग ठीक रहेगा। पीली वस्तु पास रखें।
धनु: स्वास्थ्य मध्यम है, नाक, कान और गला की परेशानी हो सकती है। शोल्डर इत्यादि में परेशानी हो सकती है। प्रेम-संतान लगभग ठीक है और व्यापार भी ठीक-ठाक रहेगा। नए व्यापार से अभी बचें। पीली वस्तु पास रखें।
मकर: मुख रोग के शिकार हो सकते हैं। धन-हानि के संकेत हैं। अभी पैसे ना लगाएं। स्वास्थ्य मध्यम, प्रेम-संतान ठीक-ठाक है और व्यापार भी ठीक है। काली जी को प्राणाम करते रहें।
कुंभ: ऊर्जा के स्तर घटता-बढ़ता रहेगा। थोड़ा असहज महसूस करेंगे। स्वास्थ्य मध्यम, प्रेम-संतान अच्छा है और व्यापार भी अच्छा है। हरी वस्तु पास रखें।
मीन: चिंताकारी श्रृष्टि का सृजन हो रहा है। प्रेम में दूरी और सेहत को लेकर के मन परेशान, अज्ञात भय सताएगा। सिर दर्द और नेत्र पीड़ा भी संभव है। प्रेम-संतान और व्यापार मध्यम है। शिवजी को प्राणाम करते रहें।