शहर में धूमधाम व उत्साह के साथ हुआ दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन….
(भूपेंद्र सिंह राठौर के साथ सतीश साहू) : बिलासपुर – शहर में मंगलवार को धूमधाम व उत्साह के साथ दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन हुआ। दुर्गा मां जगत जननी शेरावाली को नगरवासियों ने नम आंखों से विदाई दी। माता रानी को विदाई देने शहर के छठ घाट और पचरी घाट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही।
नवरात्र के नौ दिनों तक श्रद्धालुओं ने अपनी शक्ति के अनुसार मां आदिशक्ति की आराधना की और तरह- तरह से उनका पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। शारदीय नवरात्रि के अंतिम दिन मंगलवार को भक्तों ने माता रानी को नम आंखों से विदाई दी। सुबह से ही दुर्गा प्रतिमाओं को गाजे बाजे के साथ विसर्जन के लिए ले जाया गया। इस बार जिले भर में नवरात्रि महोत्सव को बड़े उत्साह मनाया गया मां दुर्गा की विसर्जन के लिए दुर्गा उत्सव समितियों ने धूमधाम से शोभायात्रा निकाली गई जिसमें भक्तों के साथ महिलाओं ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। विसर्जन से पूर्व श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से माता की आरती उतारी।मां दुर्गा की जयकारे और ढोल ढमाकों की गूंज के साथ श्रद्धा और भक्ति के माहौल में प्रतिमाओं का विसर्जन छठ घाट और पचरी घाट पर बने विसर्जन कुंड में हुआ। विसर्जन से पहले श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से माता की आरती उतारी। महिलाओं ने माता का श्रृंगार किया। उसके बाद पूजा अर्चना कर सुख-समृद्धि की कामना की। साथ ही उन्हें अगले वर्ष फिर से आने का निमंत्रण भी दिया।
शहर के कई पूजा पंडालों के सदस्यों ने सुसज्जित वाहन से प्रतिमा का नगर भ्रमण कराया। इस दौरान श्रद्धालु झूमते नजर आए।माता के विसर्जन से पहले महिलाओं माता रानी को चढ़ाए सिंदूर को अपने माथे से लगाया और अमर सुहाग की कामना की।परस्पर एक दूसरे की मांग से सिंदूर लगाकर सदियों से चली आ रही परंपरा निभाई। विसर्जन के लिए निकाले जा रहे जुलूस के दौरा भक्त डीजे पर बज रहे भक्ति गीतों की धुन पर थिरकते नजर आए, वहीं महिलाओं ने अपने सिर पर जवारों को रखकर नृत्य किया।इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भी शहर के विसर्जन स्थल पर देखने को मिला।