iPhone बनाने वाली पहली भारतीय कंपनी बनी टाटा, भारत ही नहीं दुनियाभर में होंगे एक्सपोर्ट……
इलेक्ट्रॉनिक और टेक्नोलॉजी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने जानकारी दी है कि आने वाले ढाई साल में टाटा ग्रुप्स भारत में ही iPhone का निर्माण शुरू कर देगा। बता दें कि ये डिवाइस भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर के आईफोन प्रशंसकों तक पहुंचाया जाएगा।
IT मंत्री ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X( पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट के जरिए इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने MeitY को टैग करते हुए पोस्ट में लिखा कि मंत्रालय वैश्विक भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों के विकास में पूरी तरह से समर्थन में खड़ा है, जो भारत को अपना विश्वसनीय मैन्युफैक्चरिंग और टैलेंट पार्टनर बनाना चाहते हैं और भारत को वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स शक्ति बनाने के पीएम के लक्ष्य को साकार करना चाहते हैं।
कंपनी का किया अधिग्रहण
राजीव चंद्रशेखर के पोस्ट में ये बात सामने आई है कि टाटा ग्रुप्स ने भारत में आईफोन बनाने वाली विस्ट्रॉन फैक्ट्री पर अधिग्रहण कर लिया है। बता दें कि यह कंपनी भारत के कर्नाटक राज्य के साउथईस्ट में स्थित है।
विस्ट्रॉन ने 2008 में भारत में अपनी शुरूआत की थीष उस समय यह कई कंपनियों के डिवाइस के लिए रिपेयरिंग का काम करती थी। बाद में लगभग 9 साल बाद कंपनी ने अपना बिजनेस बढ़ाते हुए आईफोन मैन्युफेक्चरिंग का काम शुरू किया।
Tata और विस्ट्रॉन की डील लगभग 1साल से चल रही थी , जो अब जाकर पूरी हुई है। 2024 में इस फैक्ट्री से 1.8 बिलियन आईफोन को मैन्युफेक्चर किया जाएगा। साथ ही कंपनी मेनफोर्स भी बढ़ाने का विचार कर रही है, फिलहाल इस फैक्ट्री में 10000 लोग काम करते हैं।
रिपोर्ट में यह भी पता चला है कि विस्ट्रॉन को भारत में नुकसान का सामना करना पड़ रहा था क्योंकि एपल उससे फॉक्सकॉन और पेगाट्रॉन के मुकाबले ज्यादा मार्जिन लेता है।