तेज हुई मराठा आरक्षण पर गुस्से की आग, दो विधायकों, पूर्व मंत्री का फूंका घर….
मराठा आरक्षण को लेकर महाराष्ट्र में भड़की गुस्से की आग थमने का नाम नहीं ले रही है। सोमवार को प्रदर्शनकारियों ने बीड में कई नेताओं के घरों, वाहनों और सार्वजनिक स्थलों को आग के हवाले कर दिया। जिन नेताओं के घरों में आग लगाई गई है, उनमें एनसीपी के दो विधायक और एक पूर्व मंत्री शामिल हैं। इसके अलावा बीड में शरद पवार गुट के ऑफिस और मजलगांव नगरपालिका भी लोगों के गुस्से की भेंट चढ़ गई है।
इन सबके बीच शिवसेना (यूबीटी) ने मराठा आरक्षण पर चर्चा के लिए सदन का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। हिंसक होते प्रदर्शन के बीच बीड में भाजपा विधायक लक्ष्मण माधवराव पवार और एनसीपी के जिलाध्यक्ष राजेश्वर चव्हाण ने इस्तीफा दे दिया।
कई विधायकों के घर में आग
प्रदर्शनकारियों ने बीड में एनसीपी शरद पवार के गुट के विधायक संदीप क्षीरसागर का घर फूंक डाला। इसके अलावा उनके घर पर खड़े वाहनों में भी आग लगा दी गई। पुलिस के मुताबिक अभी तक किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। इसके अलावा पूर्व मंत्री जयदत्तजी क्षीरसागर के ऑफिस में भी आग लगाया गया था।
वहीं, शरद पवार गुट के ऑफिस में भी तोड़फोड़ की घटना हुई थी। गौरतलब है कि इससे पहले आज दिन में एनसीपी के एक अन्य विधायक प्रकाश सोलंके के घर में भी आग लगाई गई थी। यह घटना भी बीड जिले में ही हुई थी। सोलंके एनसीपी के अजित पवार गुट के विधायक हैं।
डिप्टी सीएम के पोस्टर पर गुस्सा
प्रदर्शनकारियों ने डिप्टी सीएम अजित पवार को भी नहीं बख्शा और उनके पोस्टर पर अपना गुस्सा उतारा। गौरतलब है कि मराठा समुदाय के नेता प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन कर रहे हैं। यह प्रदर्शन इस समुदाय को महाराष्ट्र में ओबीसी कैटेगरी के तहत सरकारी नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण की मांग को लेकर किया जा रहा है।
इस प्रदर्शन ने उस वक्त जोर पकड़ा जब मनोजर जरांगे पाटिल ने 25 अक्टूबर को जालना जिले में आमरण अनशन की शुरुआत की थी। इससे पहले भी वह 29 अगस्त से 14 सितंबर तक भूख हड़ताल पर रहे थे। बाद में राज्य सरकार के आश्वासन उन्होंने यह भूख हड़ताल वापस ले ली थी।