गुजरात में ओलों की बारिश से भारी तबाही, 14 की मौत….
गुजरात में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने कहर बरपाया है। गुजरात के विभिन्न हिस्सों में रविवार को भारी वज्रपात के साथ ओलों की बारिश के कारण कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई।
इस तूफानी बारिश के कारण कम से कम 40 मवेशी भी मारे गए हैं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, दाहोद जिले में तीन, भरूच में दो और अमरेली, सुरेंद्रनगर, मेहसाणा, बोटाद, पंचमहल, खेड़ा, साबरकांठा, सूरत और अहमदाबाद में एक-एक मौतें हुईं।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के एक अधिकारी ने बताया कि सभी मौतों के लिए भारी वज्रपात को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। अन्य इलाकों से आंकड़े और सूचनाएं आनी बाकी है। इससे मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
बीते 24 घंटे के दौरान गुजरात के विभिन्न हिस्सों में बेमौसम बारिश और जोरदार ओलावृष्टि देखी गई। इससे सूबे में ठंड बढ़ गई है। मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, गुजरात में 27 नवंबर को भी बारिश और ओलावृष्टि की संभावना है।
बेमौसम बारिश से 155 से अधिक तहसीलें प्रभावित हुई हैं। सौराष्ट्र क्षेत्र में मौसम की तगड़ी मार पड़ी। राज्य भर के अन्य जिलों में भी बारिश और तेज हवाएं चलीं। सूरत, अहमदाबाद और गांधीनगर सहित शहरों में भारी बारिश हुई।
इसके साथ ही कोहरे के कारण खराब दृश्यता ने यातायात संबंधी चुनौतियों को बढ़ा दिया है। गिर सोमनाथ जिले के तलाला में रविवार दोपहर तक सबसे अधिक 46 मिमी बारिश दर्ज की गई।
सौराष्ट्र के जूनागढ़ के वंथली में 43 मिमी, सुरेंद्रनगर के दसाडा में 36 मिमी, गिर सोमनाथ के पाटन-वेरावल में 35 मिमी और जूनागढ़ के केशोद में 29 मिमी बारिश दर्ज की गई। सूबे में अचानक बदले मौसम ने सोशल मीडिया पर भी सरगर्मियां बढ़ा दीं। लोगों ने जमकर एक्स पर ओलावृष्टि के वीडियो और तस्वीरें साझा की। मौसम विभाग ने दक्षिण गुजरात तट पर मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की चेतावनी जारी की है। मछुआरों को 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने के साथ बारिश, तूफान की चेतावनी जारी की गई है।