संसद सुरक्षा चूक में सातवीं गिरफ्तारी…..
संसद पर हमले की बरसी के दिन लोकसभा में सुरक्षा उल्लंघन और उत्पात मचाने की घटना के मामले में सातवीं गिरफ्तारी हुई है। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने कर्नाटक के बेंगलुरु में एक इंजीनियर को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि यह एक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी का बेटा है और इसका मनोरंजन डी से गहरा नाता है। इसी ने उसे लोकसभा में फैलाने वाले धुएं का पैकेट लाकर दिया था। मनोरंजन वही है, जिसने सागर शर्मा के साथ लोकसभा में घुसपैठ की थी।
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने पिछले सप्ताह संसद में बड़े पैमाने पर हुए सुरक्षा उल्लंघन के सिलसिले में बुधवार रात बेंगलुरु से एक इंजीनियर को गिरफ्तार किया। सूत्रों ने बताया कि आरोपी साईकृष्ण जगली पेशे से इंजीनियर और मनोरंजन डी का दोस्त है। साईकृष्ण ने ही मनोरंजन को वह पीले धुएं वाला पैकेट लाकर दिया था, जिसे मनोरंजन और सागर शर्मा ने लोकसभा में फैलाया था।
सागर और मनोरंजन ने संसद की हाई सुरक्षा को मात देते हुए लोकसभा कक्ष में घुसकर रंगीन धुंआ छोड़ा था। साईकृष्ण की गिरफ्तारी के साथ दिल्ली पुलिस अभी तक मामले में सात किरदारों का खुलासा कर चुकी है। मनोरंजन इस मामले के चार आरोपियों में से एक है, जो अब आतंकवाद विरोधी कानून, गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत आरोपों का सामना कर रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि साईकृष्णा और मनोरंजन बेंगलुरु इंजीनियरिंग कॉलेज में बैचमेट थे। मनोरंजन ने पूछताछ के दौरान कथित तौर पर साईकृष्णा का नाम लिया था।
गिरफ्तार साईकृष्णा पेशे से एक इंजीनियर है और एक सेवानिवृत्त पुलिस उपाधीक्षक का बेटा है। वह अपने बागलकोट स्थित आवास से वर्क फ्रॉम होम कर रहा था। उसकी बहन स्पंदा ने मीडिया से कहा कि मेरे भाई “कोई ग़लती नहीं की। यह सच है कि दिल्ली पुलिस आई थी। मेरे भाई से पूछताछ की गई। हमने इस पूछताछ में पूरा सहयोग किया है। साईकृष्णा ने कुछ भी गलत नहीं किया है। वह और मनोरंजन रूममेट थे। अब मेरा भाई घर से कंपनी के लिए काम करता है।”
बता दें कि संसद में सुरक्षा उल्लंघन के मामले में अब तक कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। आरोपियों ने पुलिस को बताया है कि उनका उद्देश्य मणिपुर अशांति, बेरोजगारी और किसानों के मुद्दों पर सरकार का ध्यान आकर्षित करना था। हालांकि, पुलिस ने कहा है कि वे सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं। गिरफ्तार आरोपियों में मनोरंजन और सागर शर्मा, अमोल शिंदे और नीलम आजाद शामिल हैं, जिन्होंने संसद में उत्पात मचाया। जबकि पूरे घटनाक्रम का मास्टरमाइंड ललित झा भी पुलिस गिरफ्त में है। एक अन्य आरोपी महेश कुमावत है, जिसने ललित झा को छिपाने में मदद की थी।