छत्तीसगढ़

राष्ट्रीय सेवा योजना  छात्रों को देती है चरित्र निर्माण के नए अवसर:बलराज पाल..
  

  (रामप्रसाद गुप्ता) : मनेन्द्रगढ़.।  शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बेलबहरा इकाई के द्वारा प्राथमिक शाला शंकरगढ़ में शिविर का शुभारंभ हुआ. सर्वप्रथम मां सरस्वती के छायाचित्र पर दीप प्रज्वलित कर एवं पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया.

इस कार्यक्रम में संस्था प्राचार्य बलराज पाल एवं व्याख्याता श्रीमती शोभा जयसवाल, व्याख्याता श्रीमती माया वर्मा, व्याख्याता श्रीमती सुषमा टोप्पो एवं व्यायाम शिक्षक गोपाल सिंह समेत प्राथमिक शाला के शिक्षक  शिक्षिकाएं उपस्थित थी. 8 से 14 जनवरी तक चलने वाले शिविर के सम्बन्ध में  कार्यक्रम अधिकारी नित्यानंद द्विवेदी ने बताया कि शिविर के दौरान छात्रों को व्यायाम एवं योग से अवगत कराया जायेगा.

साथ ही साथ उन्हें स्वच्छता अभियान से भी जोड़ा जाएगा. ग्राम पंचायत शंकरगढ़ में आयोजित शिविर के उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व व्याख्याता आर सी राजवाड़े ने एनएसएस के स्वयंसेवकों को राष्ट्रीय सेवा योजना के महत्व के बारे में बताया। अन्य शिक्षकों ने बच्चों को मिलजुल कर साथ रहकर कार्य करने की सलाह दी. ग्रामीण क्षेत्र में
सात दिवसीय राष्ट्रीय सेवा योजना विशेष शिविर के आयोजन को लेकर छात्रों में व्यापक उत्साह है. शिविर प्रभारी  ने बताया कि शिविर में 50 स्वयंसेवक भाग ले रहे हैं.

प्रतिदिन स्वयं सेवकों को रचनात्मक गतिविधियों से जोड़ा जाएगा. इसके साथ ही साथ सार्वजनिक स्थलों में श्रमदान  किया जाएगा।शिविर के प्रथम दिन छात्रों ने सरस्वती वंदना सुनाई। राष्ट्रीय सेवा योजना का लक्ष्य गीत गाया। शिविर में आये हुये अन्य अतिथियों ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के माध्यम से समाज सेवा करने का अवसर मिलता है। बच्चों को समाजसेवा के प्रति जागरूक करना ही एनएसएस का उद्देश्य है। सभी ने छात्र-छात्राओं को नैतिक शिक्षा की जानकारी दी।

उन्होंने बच्चों से बड़ों का सम्मान करने, व्यवहार कुशलता व आपसी भाईचारा बनाए रखने की अपील की। कार्यक्रम के अंत में संस्था प्राचार्य बलराज पाल ने छात्रों को चरित्र व आचरण के विषय में बताया। कहा कि छात्र जीवन में अनुशासन का होना अत्यंत आवश्यक है। राष्ट्रीय सेवा योजना के माध्यम छात्र-छात्राओं को चरित्र निर्माण के लिए नए अवसर मिलते हैं। कार्यक्रम के उपरांत स्वयंसेवकों ने सफाई अभियान चलाकर क परिसर में साफ- सफाई की और पौधों की निराई व गुड़ाई की।

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