(भूपेंद्र सिंह राठौर के साथ जयेंद्र गोले) : लगातार हम देखते रहते हैं की ट्रेनों से गिरकर किसी की मौत हो गई या हड़बड़ी में लोग ट्रेन पर सही तरीके से चढ़ नहीं पाए और गिर गए। उसके बाद भी लोग पता नहीं क्यों अपनी खुद के जान से खिलवाड़ करते है।
समय-समय पर यात्रियों को ट्रैक पार नहीं करने की सलाह देता है, वहीं जल्दबाजी कहें या लापरवाही यात्री अपनी जान जोखिम में डालकर ट्रैक पार करने से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसा ही एक वाक्या बिलासपुर रेलवे स्टेशन में सामने आया ।रविवार को कुछ लोग प्लेटफॉर्म नंबर एक से दो पर जाने के लिए शॉर्टकर्ट तरीका अपनाने की कोशिश करने लगे।
पैदल ट्रैक पार करता देख आरपीएफ के दो जवान उन्हें रोकने आगे बढ़े। जान जोखिम में डालने से उन्हें रोकने के फेर में आरपीएफ का एक जवान ट्रैक पर गिर पड़ा। इस दौरान प्लेटफॉर्म नंबर दो पर खड़ी लोकल ट्रेन छूटने लगी।
तब भी ट्रैक पारकर कुछ लोग चलती ट्रेन में सवार होने की कोशिश कर रहे थे। बार-बार समझाइश देने के बाद भी कुछ लोग आत्मघाती कदम उठाने से बाज नहीं आते। और इन्हें रोकने आरपीएफ के जवानों को काफी मशक्कत करना पड़ता है। इस फेर में वे कई बार चोटिल भी हुए हैं।