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22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा है, पेश ना हो पाएंगे….एक्शन मत लीजिएगा, वकीलों ने जज को लिखी चिट्ठी


(शशि कोन्हेर) : 22 जनवरी को अयोध्या के नव निर्मित भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। इसे लेकर देश भर में उत्साह है। माना जा रहा है कि उस दिन देश भर से हजारों श्रद्धालु अयोध्या पहुंचेंगे। इस बीच नई दिल्ली बार एसोसिएशन ने भी चिट्ठी लिखकर न्यायिक अधिकारियों से अनुरोध किया है कि संभव है कि 22 जनवरी को कई वकील अदालतों में केस की पैरवी करने पेश ना हो पाएं। ऐसी सूरत में वकीलों की गैर उपस्थिति में कोई प्रतिकूल आदेश ना परित किए जाएं।

नई दिल्ली बार एसोसिएशन के मानद सचिव ओएन शर्मा ने पटियाला हाउस कोर्ट के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश को संबोधित एक पत्र में लिखा, “महोदय, सम्मानपूर्वक हम बताना चाहते हैं कि “अयोध्या में भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा” के कारण हम वकीलों में से कई 22 जनवरी, 2024 को अदालत में उपस्थित नहीं हो पाएंगे। इसलिए, सभी न्यायिक अधिकारियों से उचित रूप से अनुरोध करते हैं ताकि अधिवक्ताओं या वादकारियों की गैर-उपस्थिति के लिए 22 जनवरी, 2024 को कोई प्रतिकूल आदेश पारित न किया जाए।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम लला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे। उस दिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत करीब 8,000 से अधिक मेहमानों के अयोध्या आने की उम्मीद है। कांग्रेस ने शुक्रवार को आरोप लगाया था कि भाजपा ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को पूरी तरह से एक राजनीतिक कार्यक्रम बना दिया है, जो शंकराचार्यों की सलाह लिए बगैर और धार्मिक प्रक्रियाओं की अनदेखी कर आयोजित किया जा रहा है। विपक्षी दल ने यह भी कहा था कि धर्म एक व्यक्तिगत विषय है और कोई भी व्यक्ति दर्शन करने के लिए अयोध्या जाने को स्वतंत्र है।

मध्य प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान सहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित कई राज्यों ने 22 जनवरी को शराब की दुकानें बंद रखे जाने की पहले ही घोषणा कर दी है। धार्मिक स्थलों पर स्वच्छता अभियान चलाने के प्रधानमंत्री के आह्वान पर, खट्टर ने कहा कि 14 जनवरी से 22 जनवरी तक राज्य में धार्मिक स्थलों पर पूजा और स्वच्छता गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं।

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