पं. सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय में ‘भारतीय स्वाधीनता-आंदोलन: श्रुत एवं अविश्रुत गाथाएँ’ पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का हुआ आयोजन..
बिलासपुर : पं. सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन दिनांक 23/01/2024 को बिलासपुर के माननीय विधायक श्री अमर अग्रवाल के करकमलों के द्वारा किया गया। उन्होंने नेता जी सुभाषचंद्र बोस की जयंती की बधाई देते हुये आजाद भारत में योगदान देने वाले उन स्वतंत्रता सेनानियों की सहभागिता को स्मरण किया।
विशेषतौर पर उन स्वतंत्रता सेनानियों को जो इतिहास के पन्नों से गायब थे, किन्तु भारत को आजादी दिलाने में जिनका मूल्यवान योगदान था। ऐसे वीर सपूतों की गाथाओं को इस संगोष्ठी के माध्यम से सामने लाने की आवश्यकता है।
विशिष्ट अतिथि के रूप में अटलबिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर के कुलपति प्रो. ए.डी.एन. वाजपेयी जी ने कहा कि संगोष्ठी का विषय ऐतिहासिक एवं गंभीर है। जिस पर माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा आजादी के 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ कार्यक्रम के द्वारा उन वीर सेनानियों को स्थान दिया गया। जो इतिहास के पन्नों से गायब थे। उन्होंने रामोत्सव से राष्ट्रोत्सव पर जोर देने की बात की।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. बंशगोपाल सिंह जी ने इस संगोष्ठी की रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए देश के उन वीर सेनानियों को जाति, धर्म, क्षेत्र के बंधन से आगे बढ़ते हुए सामने लाने की आवश्यकता पर बल दिया तथा इनका प्रचार प्रसार करने की भी आवश्यकता हैं।
इसी क्रम में 15 अगस्त 2023 को उन पांच अविश्रुत सेनानियों के परिजनों का सम्मान किया था जो कि बिलासपुर शहर के थे। इस छोटे से प्रयास के माध्यम से भूले-बिसरे वीर सपूतों को स्मरण किया गया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के अविश्रुत सेनानियों का सर्वेक्षण कर उनकी जीवनी को सामने लाना जरूरी है।
इस उद्घाटन समारोह के दौरान देश के अनेक विद्वान डॉ. पवन अग्रवाल, लखनऊ, डॉ. श्रीराम परिहार, खंडवा, डॉ. रामसनेहीलाल शर्मा, फिरोजाबाद, डॉ. मनोज पाण्डेय, डॉ. सतीश चतुर्वेदी नागपुर आदि शामिल हुये तथा मंचस्थ अतिथियों को स्मृति चिन्ह शॉल श्रीफल भेंट किया गया। मंचस्थ अतिथियों की उपस्थिति में संगोष्ठी की स्मारिका तथा विश्वविद्यालय के कैलेण्डर का विमोचन किया गया।
इस संगोष्ठी का स्वागत भाषण विश्वविद्यालय की कुलसचिव डॉ. इंदु अनंत जी के द्वारा दिया गया। साथ ही संगोष्ठी की प्रस्तावना समन्वयक प्रो. राजेश चतुर्वेदी के द्वारा किया गया तथा क्षेत्रीय निदेशक डॉ. शोभित बाजपेयी के द्वारा आभार प्रदर्शन दिया गया। इस कार्यक्रम में हिन्दी विभाग के शिक्षक डॉ. जयपाल सिंह प्रजापति, डॉ. संतोष कुमार बघेल एवं अन्य विभागों के शिक्षकगण तथा अनेक प्रांतों से पधारे प्रतिभागी भी शामिल हुये।