परीक्षा पे चर्चा : पीएम मोदी ने कहा – लिखने की आदत डालें विद्यार्थी, एग्जाम हॉल का डर खत्म हो जाएगा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम के 7वें संस्करण में विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे हैं। वे छात्रों को एग्जाम के तनाव से निपटने के मंत्र दे रहे हैं। प्रगति मैदान के भारत मंडपम में आयोजित कार्यक्रम में पीएम मोदी ने संबोधन से पहले बच्चों की लगाई प्रदर्शनी और कलाकृतियां देखी। संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि बच्चों की प्रदर्शनी शानदार है, इसे देखने के लिए 5-6 घंटे भी कम होते। परीक्षा पे चर्चा के 7वें संस्करण के लिए माईजीओवी पोर्टल पर 2.26 करोड़ बच्चों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। कार्यक्रम के दौरान लगभग 3000 प्रतिभागी प्रधानमंत्री के साथ बातचीत कर रहे हैं। पिछले वर्ष लगभग 31.24 लाख छात्रों, 5.60 लाख शिक्षकों और 1.95 लाख अभिभावकों ने कार्यक्रम में भाग लिया था।
पीएम मोदी ने कहा- पेरेंट्स को चाहिए कि वे बच्चों से यह खाकर जा, वो खाकर जाए, ये वाला पेन लेकर जा, यह कपड़े पहनकर जा, इस तरह की सलाह न दें। पेरेंट्स को चाहिए कि वह उसे रोजाना की तरह जीने दें। उसे अपनी मस्ती से रहना चाहिए। परीक्षा हॉल में जाकर डीप ब्रेथिंग कीजिए। सीसीटीवी जैसी फिजूल की जीजों में ध्यान देने की जरूरत नहीं है। खुद में ही खोया रहना चाहिए। विद्यार्थी परीक्षा के दौरान अगल बगल की दुनिया से बाहर निकलें।
विद्यार्थियों को लिखने की आदत डालनी चाहिए। स्कूल में बिताए समय से आधा समय लिखने में दे। किस प्रश्न को कितना समय देना है, इसमें आपकी मास्टरी हो जाएगी। आजकल ज्यादातर की लिखने की आदत छूट गई है। तैयारी करते हुए 50 फीसदी समय लिखने में दें। ऐसा करने से एग्जाम हॉल के प्रेशर से आसानी से निकल जाएंगे। जिसने पानी में पैक्टिस शुरू कर दी, वो तैरने से कभी नहीं डरता। अपनी लिखी चीज को तीन चार बार ठीक करें, गलती निकालकर सुधारें। अपना दिमाग इसमें मत खपाएं कि साथ वाला सातवें सवाल पर पहुंच गया, आप तीसरे पर पड़े हैं।