आचार्य प्रमोद कृष्णम कांग्रेस पार्टी से हुए निष्कासित, निष्कासन के बाद बोले..
पार्टी विरोधी टिप्पणियों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद कांग्रेस ने अनुशासनहीनता के आरोप में शनिवार को आचार्य प्रमोद कृष्णम को पार्टी से निष्कासित कर दिया। कांग्रेस से निष्कासित किए जाने के बाद आचार्य प्रमोद कृष्णम ने पहली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, राम और राष्ट्र पर समझौता नहीं किया जा सकता।
दरअसल, शनिवार को एक आधिकारिक बयान में कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रमोद कृष्णम को तुरंत छह साल की अवधि के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया। निष्कासन के लिए उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने कांग्रेस को प्रस्ताव भेजा था जिसपर ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी ने मंजूरी दे दी।
एक आधिकारिक बयान में कांग्रेस ने कहा कि यह निर्णय अनुशासनहीनता की शिकायतों और पार्टी के खिलाफ बार-बार सार्वजनिक बयानों के आरोप के बाद लिया गया है। इससे पहले कांग्रेस महासचिव (संगठन) के.सी. वेणुगोपाल ने एक बयान में कहा कि अनुशासनहीनता और बार-बार पार्टी विरोधी टिप्पणियों की शिकायतों को ध्यान में रखते हुए पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रमोद कृष्णम को तत्काल प्रभाव से छह साल की अवधि के लिए पार्टी से निष्कासित करने के उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
बता दें कि प्रमोद कृष्णम इस महीने की शुरुआत में प्रधानमंत्री मोदी मिले थे और उन्हें 19 फरवरी को होने वाले श्री कल्कि धाम के शिलान्यास समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था। पीएम से मुलाकात के बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री का धन्यवाद भी किया था।