स्वामी प्रसाद मौर्य ने एमएलसी पद से दिया इस्तीफा….सपा की प्राथमिक सदस्यता भी छोड़ी
स्वामी प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी से अपना रिश्ता पूरी तरह से तोड़ लिया है। उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पद से 13 फरवरी को ही इस्तीफा दे दिया था। मंगलवार को उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और एमएलसी पद से भी इस्तीफा दे दिया। इसके पहले अखिलेश यादव के सोमवार को दिए बयान को इंगित करते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा था कि उनकी (अखिलेश की) सरकार न तो केंद्र में है और न ही प्रदेश में है, कुछ देने की हैसियत में नहीं है। उन्होंने जो भी दिया है वह मैं उन्हें सम्मान के साथ वापस कर दूंगा। मेरे लिए पद नहीं विचार मायने रखता है… अखिलेश यादव की कही हुई बात उन्हें मुबारक। सोमवार को अखिलेश यादव ने स्वामी प्रसाद मौर्य के बागी तेवरों के बारे में पूछे जाने पर कहा था कि किसी के मन क्या है यह कैसे जाना जा सकता है। कुछ लोग लाभ के लिए आते हैं और लाभ लेकर चले जाते हैं।
अखिलेश की इस टिप्पणी पर सोमवार को भी स्वामी प्रसाद मौर्य जमकर भड़के थे। सोमवार को पता चला था कि स्वामी प्रसाद मौर्य अपनी अलग पार्टी बना रहे हैं। इस पार्टी का झंडा भी सामने आया था। स्वामी प्रसाद मौर्य ने बताया था कि 22 फरवरी को वह दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे। माना जा रहा है कि इसी कार्यक्रम में उनके अगले कदम का खुलासा होगा। स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ के जरिए अपने इस्तीफे की जानकारी दी। साथ ही दोनों पदों से इस्तीफे की प्रतियां भी पोस्ट कर दीं।