अपनी ही सरकार की बुराई कर रहे गडकरी? कांग्रेस ने तोड़-मरोड़कर पेश किया इंटरव्यू, इनको भेजा गया नोटिस..
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कथित तौर पर एक्स पर उनके बारे में भ्रामक और अपमानजनक समाचार सामग्री शेयर करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और महासचिव जयराम रमेश को शुक्रवार को कानूनी नोटिस भेजा। गडकरी के वकील बालेंदु शेखर ने कहा कि उनके मुवक्किल माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म (एक्स) पर कांग्रेस के आधिकारिक हैंडल से सामग्री और पोस्ट के बारे में जानकर, सुनकर और देखकर हैरान रह गए।
वकील ने कहा, खरगे और रमेश ने जानबूझकर एक वेब पोर्टल को दिए गए गडकरी के इंटरव्यू की 19 सेकंड की वीडियो क्लिप पोस्ट की, जिसमें उनके शब्दों के प्रासंगिक इरादे और अर्थ को छुपाया गया। गडकरी ने कांग्रेस से “इस कानूनी नोटिस के मिलने के 24 घंटे के भीतर” पोस्ट को हटाने के लिए कहा है और तीन दिनों के भीतर लिखित माफी की भी मांग की है।
वीडियो क्लिप को तथ्यात्मक रूप से गलत बताते हुए, नोटिस में कहा गया है कि यह कांग्रेस नेताओं द्वारा उनका “अपमान करने और नीचा दिखाने” की “जानबूझकर की गई कोशिश” थी। गडकरी ने कहा कि इस वीडियो क्लिक को “भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों के बीच वैचारिक दरार पैदा करने के लिए” शेयर किया गया। कांग्रेस नेताओं को भेजे नोटिस में कहा गया है, “उपरोक्त वीडियो को माइक्रोब्लॉगिंग साइट ‘एक्स’ पर अपलोड करके इंटरव्यू को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है, जिसमें शब्दों के प्रासंगिक इरादे और अर्थ को छुपाया गया।”
कांग्रेस द्वारा एक्स पर साझा किए गए वीडियो में, गडकरी को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि “गांव, गरीब, मजदूर और किसान दुखी हैं… गांवों में अच्छी सड़कें नहीं हैं, पीने के लिए पानी नहीं है, अच्छे अस्पताल नहीं हैं, कोई अच्छे स्कूल नहीं हैं”।
सड़क परिवहन और राजमार्ग के कैबिनेट मंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने उन हिस्सों को काट दिया जहां उन्होंने बताया कि कितने प्रयास किए जा रहे हैं और वर्तमान केंद्र सरकार के कार्यकाल में ही अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। गडकरी ने कहा, “(उन्होंने) जानबूझकर बातचीत के प्रासंगिक अर्थ को छिपाकर हिंदी कैप्शन और वीडियो पोस्ट किया, जो (मंत्री की) प्रतिष्ठा को खराब करने के लिए जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण किया गया कृत्य है।”