शहर में मच्छरों का प्रकोप नगर निगम नहीं दे रहा ध्यान….
(जयेन्द्र गोले) : बिलासपुर – नगर निगम बिलासपुर की फॉगिंग मशीन विशेष क्षेत्रों को छोड़कर कहीं दिखाई नहीं दे रही है, जबकि पूरे शहर में लोग मच्छरों से परेशान हैं। पहले सुबह और शाम को अधिक मच्छर होने की शिकायत करते थे, मगर अब 24 घंटे मच्छर लोगों को काट रहे हैं।मच्छर पनपने का प्रमुख कारण नालियों में एंटी लार्वा की कमी है। साथ ही नियमित रूप से फॉगिंग भी सुबह नहीं की जा रही, ऐसे में लोग और ज्यादा परेशान हैं। 70 वार्ड वाले निगम क्षेत्र में केवल 7 मशीनें ही चल रही हैं। 2 मशीनों को वीआईपी और 1 को निदान 1100 के शिकायत के लिए आरक्षित कर दिया गया है। अब केवल शाम के समय फॉगिंग हो रहीं है। ज्यादातर धुंआ करने वाले वीआईपी, नेता और अफसरों के बंगलों में प्रतिदिन फॉगिंग करते देखे जा रहे, लेकिन वाडों में ये मशीन नहीं पहुंच पा रही है। ऐसे में मच्छरों के प्रकोप से लोग परेशान हो रहे है।
वार्ड बढ़े, मशीन नहीं
नगर निगम सीमा को 5 साल पहले बढ़ाया गया था। 18 गांवों को इसमें जोड़कर 8 जोन कार्यालय भी बनाए गया। लेकिन आज भी निगम के पास पुराने वार्ड के अनुरूप 24 मशीन है। इसमें भी 13-14 मशीन बंद हो गई है। जो मशीन चल रही है। उससे निगम के पूरे 70 वार्ड कवर नहीं हो पाते। फोगिंग करने वाले कर्मचारियों की माने तो एक वार्ड से दूसरे वार्ड का नंबर आने में 15 से 17 दिन लग जाते हैं।
जरहाभाठा वार्ड 8 और तालापारा वार्ड 14 नंबर सबसे गंदे वाड़ों में है। लोगों की माने तो महीनों तक सफाई नहीं होती। इस कारण मच्छर बहुत ज्यादा है। शाम को घरों में मच्छरों, का प्रकोप होता है। पार्षदों से सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने कई बार कहा जा चुका है पर वे सुनते ही नहीं है। नालियों में मच्छर पनप रहे हैं, न लिक्विड डाली जा रही है, न धुंआ किया जाता है।
जरहाभाठा के नालियों में कभी भी लिक्विड नहीं डाली जाती है। सफाई नहीं होने से बहुत ज्यादा मच्छर है। कर्मचारी धुंआ करने भी आते हैं, वे भी मुख्य मार्ग से निकल जाते हैं। जहां मच्छर ज्यादा हैं वहां कोई जाता ही नहीं है। जनप्रतिनिधी और वीआईपी क्षेत्रों में प्रतिदिन मच्छर भगाने धुंआ किया जाता है। लेकिन अन्य वार्ड के गली मोहल्लों में कभी कभार ही धुंआ करने वाली मशीन पहुंचती है। अगर जल्द ही इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो पूरा शहर मच्छरों के प्रकोप से डेंगू मलेरिया जैसे की बीमारियों के चपेट में आने लगेंगे