बंगाल पुलिस ने NIA अधिकारियों पर कैसे दर्ज की FIR….कलकत्ता हाई कोर्ट से गुहार
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने अपने अधिकारियों के खिलाफ दर्ज FIR को खारिज करने की मांग को लेकर कलकत्ता हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। एनआईए के वकील अरूण कुमार मोहंती ने कहा कि जस्टिस जय सेनगुप्ता ने दिन में भोजनावकाश के बाद सत्र में आवेदन दायर करने और उनकी अदालत में जाने की अनुमति दी। याचिका में पश्चिम बंगाल पुलिस की ओर से जांच एजेंसी के अधिकारियों के खिलाफ कोई भी दंडात्मक कार्रवाई किए जाने से अंतरिम संरक्षण की भी गुजारिश की गई है। अब देखना होगा कि अदालत इस मामले में क्या फैसला सुनाती है।
दरअसल, पूर्व मिदनापुर जिले के भूपतिनगर में भीड़ ने एनआईए अधिकारियों पर कथित तौर पर हमला किया था, जिसमें एक अधिकारी घायल हो गया था। ये अधिकारी दिसंबर, 2022 के विस्फोट मामले के सिलसिले में 2 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लौट रहे थे। दिसंबर, 2022 में हुए इस विस्फोट में 3 लोगों की जान चली गई थी।
भूपतिनगर में NIA अधिकारियों की शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई। साथ ही, कुछ ग्रामीणों की शिकायत पर एनआईए अधिकारियों के खिलाफ भी मामला शुरू किया गया। इन ग्रामीणों ने एनआईए अधिकारियों पर चोरी और एक महिला का शील भंग करने का आरोप लगाया है।
दूसरी ओर, एनआईए ने भूपतिनगर में हुए विस्फोट के मामले में पूछताछ करने के लिए टीएमसी के 3 नेताओं को समन जारी किया है। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एजेंसी ने तृणमूल कांग्रेस के तीनों नेताओं को अधिकारियों के सामने पेश होने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि टीएमसी के मानब कुमार कराया, सुबीर मैती और नबा कुमार पोंडा को एनआईए अधिकारियों के सामने पेश होने का निर्देश दिया गया है। एक अधिकारी ने बताया, ‘तीन टीएमसी नेताओं को सोमवार सुबह पूछताछ के लिए हमारे शहर कार्यालय में बुलाया गया है।’ पिछले हफ्ते भी जांच एजेंसी ने तीनों को पूछताछ के लिए समन जारी किया था, लेकिन वे पेश नहीं हुए थे। एनआईए के अधिकारी ने बताया कि इस मामले में टीएमसी के गिरफ्तार किए गए दो नेता हमारे अधिकारियों के साथ पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं।