(भूपेंद्र सिंह राठौर के साथ सतीश साहू) : बिलासपुर – रविवार को बिलासागुड़ी में पुलिस अधीक्षक ने अजीबो-गरीब मामले का खुलासा किया है. जिसमें पुलिस ने दावा किया है कि उसने हथियार. मवेशी और गांजा तस्करी में लिप्त यूपी के हिस्ट्रीशीटर बदमाशों को पकड़ने में सफलता पाई है।
इसे कप्तान ने महकमे की पीठ तो जरूर थपथपाई है मगर खुलासे के समय न तो जब्त गांजा दिखा और न ही मवेशी।
पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिलने पर हिरी थाना क्षेत्र में विगत पांच वर्षों से निवासरत् उत्तर प्रदेश के सहारनपुर और भोगनीपुर के कुछ लोगों को घेराबंदी कर पकड़ा है। सभी आरोपी अलग-अलग जगहों पर पंक्चर बनाने, वेल्डिंग का काम करते थे।
और इस काम के आड़ में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। बताया जाता है कि आरोपियों के खिलाफ उत्तरप्रदेश के अलग-अलग थानों में गंभीर धाराओं के अपराध दर्ज है। पुलिस ने बताया कि इन सभी आरोपी को बेलमुंडी यार्ड के पास घेराबंदी कर पकड़ा गया है।
खुलासे में इनके पास से एक देशी ऑटोमेटिक पिस्टल, दो देशी कट्टा, एक दर्जन जिंदा कारतूस. चापड़ समेत धारदार हथियार जब्त किया है। हालांकि पुलिस को इनके पास से एक भी मवेशी हाथ नहीं लगा है।
वहीं दो ट्रक, दो कार जब्त करने की बात भी पुलिस कह रही है।
पुलिस का मानना है कि अंतर्राज्यीय गांजा और मवेशी तस्करी करने वाले आरोपियों को उन्होंने पकड़ा है। मगर प्रेस को बताने के लिए तैयार कहानी में काफी झोल है। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पत्रकारों के कई सवालों का जवाब पुलिस कप्तान सीधे तौर पर देने से बचते रहे।