(आशीष मौर्य) : नगर निगम प्रशासन नें दूसरे दिन भी चंटिडीह मेला पारा मे तोड़फोड़ की कार्यवाही की, इस दौरान लगभग 150 मकानो को तोड़ा गया वही 200 लोगो नें अपने मकान खाली कर दिये.कई प्रभावित परिवारों नें इस कार्यवाही का विरोध किया जिन्हें कांग्रेस का साथ मिला.
चांटीडीह मेलापारा मे अफरा तफरी का मौहोल है. जहाँ देखो चीख पुकार मची है. दरअसल निगम प्रशासन नें वर्ष 2017 मे इलाके का सर्वे कराया था. जिसमे 1160 परिवारों को पक्का मकान आबंटन करने सूची जारी की गयी थी.चांटीडीह मेलापारा से जबड़ापारा नाला तक सर्वे मे शामिल कब्जा धारियों को अशोकनगर स्थित प्रधानमंत्री आवास मे शिफ्ट होना था.
लेकिन उसके बावजूद लगभग 742 परिवार शिफ्ट नहीं हुए थे.जिन्हें शिफ्ट कराने की कार्यवाही निगम प्रशासन नें शुरू की. शुक्रवार को करीब 80 मकान तोड़े गए, वही शनिवार को जारी कार्यवाई मे 150 मकान पर जेसीबी चला दिया गया.
निगम प्रशासन की इस कार्यवाही का प्रभावित परिवारों नें जमकर विरोध किया.वही पूर्व विधायक शैलेश पाण्डेय, कांगेस कमेटी के ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी, राजेन्द्र साहू (डब्बू), एनएसयूआई प्रदेश उपाध्यक्ष लक्की मिश्रा, सहित क्षेत्र के कांग्रेसी नेताओं नें कार्यवाही का विरोध किया.
कांग्रेसियो का कहना है की, पहले निगम प्रशासन परिवार के सभी लोगो के विस्थापन का इंतजाम करें, वही प्रभावित परिवार को तीन महीने का समय भी प्रदान करें.