(भूपेंद्र सिंह राठौर) बिलासपुर : मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि ट्रांजेक्शन सोल्युशन इंटरनेशनल प्रा.लि. कंपनी जो एसबीआई एटीएम का रख रखाव एवं मेंटनंस का कार्य करती है के सुपरवाईजर द्वारा थाना आकर सूचना दिया कि दिनांक 21.07.2024 को सुबह 09.00 बजे काल सेंटर से पता चला कि व्यापार विहार स्थित एटीएम मशीन में पैसा नहीं निकल रहा है जाकर चेक करने पर रूपये निकालने वाला सटर डैमेज था एटीएम में लगे सीसीटीव्ही का चेक करने पर एक व्यक्ति एटीएम के सटर बाक्स में लगे सटर को स्क्रुड्रावर से उठा कर एक पट्टी लगाते दिखाई दिया।
उसके बाद सत्यम चैक लिंक रोड एटीएम एवं गोल बाजार एटीएम में भी इसी प्रकार कि समस्या होना पता चला प्रार्थी कि रिपोर्ट पर अपराध पंजीबद्व किया गया। त्वरित कार्यवाही करते हुये थाना तारबाहर पुलिस टीम बनाकर एटीएम का सीसीटीव्ही फुटेज के आधार पर प्रार्थी को पहचान हेतु साथ लेकर अज्ञात आरोपी की पतासाजी किया गया जो घटना को अंजाम देने के बाद वह वापस भागने के लिये रेल्वे स्टेशन बिलासपुर में ट्रेन का इंतजार कर रहा था।
जिसे संदेह के आधार पर पुलिस हिरासत में थाना तारबाहर में लाकर पूछताछ करने बताया कि वर्ष 2015 से अपने अन्य दोस्तो के साथ राजस्थान में एटीएम मशीन तोडने का काम किया था पकडे जाने पर तीन साल जेल में रहा जेल से निकलने के बाद पुन एटीएम तोडकर पैसा चोरी करने का काम साथियो के साथ करता था वर्ष 2020 में पकडे जाने पर एक साल जेल में रहा जेल में रहने के दौरान अपने एक साथी से पट्टी फसाकर एटीएम से पैसा निकाने का काम सिखा तब से अकेले किसी भी अंजान शहर में जाकर घटना को अंजाम देता था शहर छोड़कर भाग जाता था।
दिनांक 19.07.2024 को उज्जैन से जबलपुर आया तथा जबलपुर से ट्रेन बैठकर दिनांक 21.07.2024 को बिलासपुर पहुचा था बिलासपुर शहर पहली बार आना बताया है पुलिस के द्वारा ना पकडे जाने पर छत्तीसगढ के अन्य शहरो में घटना को अंजाम देने कि मंशा होना बताया।
बिलासपुर में व्यापार विहार एटीएम, लिंकरोड सत्यम चैक एटीएम एवं गोल बाजार एटीएम से कुल 40500 रूपये निकालना बताया है जिसमें से कुछ पैसा एटीएम में ही फस जाना तथा कुछ पैसे खर्च कर देना बताया है आरोपी बहादुर चैकीदार से रकम 33000 रूपये नगद एवं स्क्रूड्राईवर एवं दो नग पट्टी जप्त किया गया है आरोपी को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय पेश किया जा रहा है।
तरीका ए वारदात – ऐसे शहर का चयन करना जहां रात्रि मे ट्रेन सफर करने के बाद सुबह पहुच जाये तथा किसी होटल या लाज मे रूकना ना पडे तथा कही अपनी पहचान ना बताना पडे वारदात करने के बाद तत्काल शहर छोडकर ट्रेन से बैठकर चले जाना।
संपूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक गोपाल सतपथी, प्रआर 351 किशोर वानी एवं आरक्षक मुरली भर्गव, मोहन कोर्राम का विशेष योगदान रहा।