छत्तीसगढ़

जहां सड़क ही नहीं उस गांव में कैसे पहुँचेगा सरकार का विकास..?

(धीरेंद्र मेहता)  बिल्हा : एक तरफ सरकार गांव गांव में सुगम पहुंच मार्ग तैयार करने हर संभव प्रयास कर रही है। वहीं दूसरी तरफ जिम्मेदार अफसरों की उदासीनता के कारण सड़कों की दुर्गति हो रही है। जी हां हम बात कर रहे हैं बिल्हा क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों की।

एशिया के सबसे बड़े विकासखंड कहे जाने वाले बिल्हा के ग्रामीण इलाकों की कई सड़के जर्जर हो गई है। मार्ग पर पड़े बड़े-बड़े गड्ढ  हो जाने से सड़क तालाब में तब्दील हो चुका है। इतना ही नहीं यहां से लोगों का गुजरना मुश्किल हो गया है।

जल अमृत मिशन योजना के तहत अमलडीहा से बोदरी तक ले जा रहा पानी लाने की योजना तो अच्छा है। मगर ग्रामीण इलाकों की सड़कों की खुदाई कर सही ढंग से फिलअप नहीं किया गया।

धमनी, कड़ार और सेवार के ग्रामीणों का कहना है कि सड़क की मरम्मत के लिए कई बार आवेदन दे चुके हैं मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। इतना ही नहीं की सड़क पर हादसे में एक की मौत भी हो चुकी है।

दो-तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश के चलते सड़क में जगह जगह पानी भरा हुआ है। रोजाना कोई न कोई गिरकर घायल होते रहे है। इतना ही नहीं जरा सा पानी गिरता है तो सड़क खतरनाक हो जाती है जिसके कारण बच्चे स्कूल जाने से घबराते हैं।

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