भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित, निचले हिस्सों में पानी घुसा……
रायगढ़ – बीती रात से हो रही भारी बारिश ने शहर को जलमग्न कर दिया है, जिससे जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। बारिश ने शहर में तांडव मचा रखा है, जिसके परिणामस्वरूप निचले हिस्सों के घरों में पानी भर गया है। लगातार बारिश के कारण सड़कों और गलियों में भी पानी भर गया है, जिससे नागरिकों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। जलस्रोतों में पानी तेजी से भरने के कारण न केवल शहर बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी खतरा मंडराने लगा है।
केलो नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे शहर की मुख्य सड़कों पर पानी भर गया है और यातायात ठप हो गया है। गंदे नाले का पानी झुग्गी-झोपड़ियों में घुस गया है, जिससे लोग अपने घरों में कैद हो गए हैं। बिजली की आपूर्ति भी प्रभावित हुई है, जिससे परेशानियां और बढ़ गई हैं।
फ्रेंड्स कॉलोनी, गुलमोहर कॉलोनी और हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी सहित कई कॉलोनियों में पानी भर चुका है, जिससे आवागमन ठप हो गया है। बड़े कॉलोनियों की यह स्थिति देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि झुग्गी-झोपड़ियों और गली-मोहल्लों की हालत कितनी खराब होगी।
जलभराव के कारण डेंगू और अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। गंदे पानी के जमाव से संक्रमण और बीमारियों का प्रसार हो सकता है, जो स्थानीय प्रशासन के लिए गंभीर चिंता का विषय है।
नगर निगम के जल निकासी व्यवस्था के दावे इस बारिश ने उजागर कर दिए हैं। जल निकासी की कमी और सड़कों-गलियों में पानी भरने से साबित हो गया है कि मौजूदा व्यवस्था पर्याप्त नहीं है।
केलो नदी और अन्य जल स्रोतों के जलस्तर बढ़ने से आसपास के गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है, जिससे फसलों और घरों को नुकसान पहुंचने की संभावना है। ग्रामीण क्षेत्रों में बाढ़ के कारण सड़कों का संपर्क टूट सकता है और आपातकालीन सेवाओं की उपलब्धता में बाधा आ सकती है.
स्थिति को देखते हुए स्थानीय प्रशासन को प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है। जल निकासी व्यवस्था को सुधारना और बीमारियों से बचाव के उपाय लागू करना आवश्यक है। साथ ही, लोगों को स्वास्थ्य और सुरक्षा के प्रति जागरूक करना भी जरूरी है। रायगढ़ में हुई भारी बारिश ने शहर की ढांचागत समस्याओं को उजागर कर दिया है, जिनका समाधान आवश्यक है।