मंडरा रहा चक्रवाती तूफान का खतरा 5 दिन भारी बारिश की चेतावनी..
दिल्ली, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में बुधवार को बारिश हुई। ओडिशा के कई इलाकों में दो दिन से भारी बारिश का सिलसिला जारी है। राज्य के कम से कम 25 स्थानों पर 100 मिलीमीटर से अधिक वर्षा दर्ज की गई है। पश्चिम बंगाल की बात करें तो यहां गंगीय क्षेत्र और उससे सटे बांग्लादेश के ऊपर चक्रवातीय हवाओं का घेरा बना हुआ है।
मौसम विभाग ने बताया कि अगले 24 घंटों के दौरान इस क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र बनने के आसार हैं। इसका प्रभाव आंध्र प्रदेश, रायलसीमा और यनम में भी देखा जा रहा है। अगले पांच दिनों के दौरान गरज के साथ बारिश और 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे तेज रफ्तार से हवाएं चलने के आसार हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र (आईएमडी) ने बुधवार को कहा कि पश्चिम बंगाल के गंगीय क्षेत्र, झारखंड और उत्तरी ओडिशा के आसपास के क्षेत्रों पर स्थित चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ है और यह ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम दिशा की ओर झुका हुआ है।
इसके प्रभाव में अगले 24 घंटों के दौरान उसी क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र बनने के आसार हैं। दक्षिण-पश्चिम मानसून तटीय आंध्र प्रदेश और यनम पर सक्रिय रहा है और रायलसीमा पर सबसे तेज रहा।
उत्तरी और दक्षिणी तटीय आंध्र प्रदेश, यनम तथा रायलसीमा में अलग-अलग स्थानों पर अगले 24 घंटों के दौरान भारी बारिश होने का अनुमान है। उत्तरी और दक्षिणी तटीय आंध्र प्रदेश, यनम तथा रायलसीमा में अलग-अलग स्थानों पर अगले पांच दिनों के दौरान गरज के साथ बारिश और 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे तेज रफ्तार से हवाएं चलने के आसार हैं।
इसके अलावा, उत्तरी और दक्षिणी तटीय आंध्र प्रदेश, यनम तथा रायलसीमा में अधिकतर स्थानों पर अगले सात दिनों के दौरान हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ने का अनुमान है। तटीय आंध्र प्रदेश के एलुरु, गुंटूर, एनटीआर जिला, पालनाडु, पार्वतीपुरम मन्यम, श्रीकाकुलम जिलों, रायलसीमा के अन्नामय्या जिले, चित्तूर, नंदयाल, तिरुपति, वाईएसआर जिले में पिछले 24 घंटों के दौरान भारी बारिश हुई। इसी अवधि में, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम और रायलसीमा में कई स्थानों पर वर्षा हुई।