छत्तीसगढ़ में कई तरह की आदिवासी मान्यताएं हैं। यहां के जशपुर को नागलोक के नाम से भी माना जाता है। यहां के लोगों का मानना है कि जशपुर जिले में एक गुफा है और इस गुफा से ही नागलोक जाने का रास्ता है।
यहां के कई गावों को लोग सापों की बस्ती के नाम से भी पुकारते हैं। यहां अलग-अलग प्रकार के कई जहरीले सांप यहां पाए जाते हैं। सर्पदंश की घटना यहां आम बात है। प्रशासन भी लोगों को सर्पदंश से बचाने के लिए तरह-तरह के कैंपेन चलाकर लोगों को जागरुक करने का प्रयास करता है।
छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में बाकि जिलों की तुलना में सबसे ज्यादा सांप पाए जाते हैं। दूसरे जिलों की अपेक्षा यहां सर्पदंश से सबसे ज्यादा मौतें होती हैं। यहां विभिन्न प्रजाति के सांप बड़ी संख्या में पाए जाते हैं।
यहां के लोगों का कहना है कि यहां अभी तक 70 प्रकार के प्रजातियों के सांप की पहचान हुई है जिनमें से कई सांप बेहद जहरीले होते हैं। स्नैक कैचरों का दावा है कि यहां इतने जहरीले सांप हैं कि अगर किसी इंसान को काट ले तो चंद मिनटों में इंसान की मौत हो जाए।