गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाहीछत्तीसगढ़

आदिवासी छात्रावासों में फर्जी हाजिरी का मामला,कलेक्टर के औचक निरीक्षण में हुआ बड़ा खुलासा..

(उज्ज्वल तिवारी) : पेंड्रा: आदिवासी विकास विभाग के तहत संचालित रहवासी छात्रावासों में बच्चों की फर्जी हाजिरी भरकर भोजन की राशि हड़पने का बड़ा घोटाला सामने आया है। कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने हाल ही में जिले के छह छात्रावासों का औचक निरीक्षण किया, जिसमें कई अव्यवस्थाएं उजागर हुईं।

निरीक्षण के दौरान मरवाही विकासखंड के दूरस्थ वनांचल क्षेत्र के बालक और बालिका छात्रावासों में बड़ी संख्या में बच्चे अनुपस्थित पाए गए। हद तो तब हो गई जब कलेक्टर के निरीक्षण में सिवनी स्थित प्री मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास में न केवल बच्चे बल्कि छात्रावास अधीक्षक भी गायब मिले।

फर्जी हाजिरी से हो रहा था बंदरबांट, वायरल हुआ ऑडियो-वीडियो

जांच के दौरान यह खुलासा हुआ कि बच्चों की अनुपस्थिति के बावजूद छात्रावासों में भोजन की राशि पूरी हाजिरी के आधार पर निकाली जा रही थी। अप्रैल माह के फर्जी हाजिरी से जुड़ी ऑडियो-वीडियो क्लिप भी वायरल हो चुकी है।

जिसमें भोजन के लिए आवंटित राशि की बंदरबांट की बातें सामने आई हैं। यह घोटाला दिखाता है कि छात्रावासों के संचालन में गंभीर अनियमितताएं हैं और अधीक्षकों की मिलीभगत से फर्जी हाजिरी का खेल चल रहा था।

दशहरा छुट्टी का बहाना बनाकर अधीक्षकों ने दी सफाई

कलेक्टर मंडावी ने जब अधीक्षकों से बच्चों की अनुपस्थिति पर सवाल किया, तो अधीक्षकों ने सफाई में कहा कि बच्चे दशहरा अवकाश के लिए घर चले गए हैं। लेकिन कलेक्टर ने पाया कि दशहरा अवकाश 7 अक्टूबर से शुरू होना था।

जबकि निरीक्षण उससे पहले किया गया था। इस पर कलेक्टर ने इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के तहत कार्रवाई का निर्णय लिया और सभी अधीक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिनों के भीतर जवाब देने को कहा है।

ये अधीक्षक हुए नोटिस के दायरे में

1. गायत्री कथ्य, अधीक्षक, पोस्ट मैट्रिक आदिवासी कन्या छात्रावास मरवाही: 50 में से 34 छात्राएं उपस्थित।

2. भगवान सिंह पैकरा, अधीक्षक, पोस्ट मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास मरवाही: 50 में से 26 छात्र उपस्थित।

3. राकेश प्रजापति, अधीक्षक, प्री मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास सिवनी: 20 में से कोई छात्र उपस्थित नहीं, अधीक्षक भी गायब।

4. श्रद्धा भोई, अधीक्षक, प्री मैट्रिक आदिवासी कन्या छात्रावास सिवनी: 50 में से 25 छात्राएं उपस्थित।

5. सुनीता मरावी, अधीक्षक, प्री मैट्रिक आदिवासी कन्या छात्रावास निमधा: 20 में से 6 छात्राएं उपस्थित।

6. राजेश तिवारी, अधीक्षक, प्री मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास निमधा: 20 में से 8 छात्र उपस्थित।

जिले में नियमित निरीक्षण से हो सकता है फर्जीवाड़े का खुलासा

कलेक्टर का यह निरीक्षण इशारा करता है कि यदि छात्रावासों का नियमित रूप से निरीक्षण किया जाए, तो कई और जगहों पर भी अनुपस्थित बच्चों की फर्जी हाजिरी भरने का खेल उजागर हो सकता है। फिलहाल, इस मामले में संबंधित अधीक्षकों से जवाब मांगा गया है, लेकिन प्रशासन ने भविष्य में सख्ती से ऐसे मामलों पर नजर रखने का भरोसा दिलाया है।

Related Articles

Back to top button