बिलासपुर

मानसून के बाद रेत घाटों के खुलने से निर्माण कार्यों में आएगी तेजी, कीमतों में गिरावट की उम्मीद….!

(भूपेंद्र सिंह राठौर के साथ जयेन्द्र गोले) : बिलासपुर – मानसून के बाद रेत घाटों के फिर से खुलने की खबर से निर्माण कार्यों में जुटे लोगों को राहत मिली है। बुधवार से जिले के चार रेत खदानों से उत्खनन शुरू भी हो गया है। इससे रेत की कीमतों में भी कमी आने की उम्मीद है, जिससे आम लोगों को भी फायदा होगा।

मानसून के दौरान जिले के रेत घाट चार महीने तक बंद रहे, लेकिन अब 16 अक्टूबर से इनमे चार घाट पर रेत उत्खनन शुरू हो गया है। जिले में दस रेत खदानों का ठेका हो चुका है, लेकिन इनमें से सिर्फ चार खदानों ने पर्यावरण क्लीयरेंस जमा किया है, जिससे फिलहाल केवल इन चार घाटों से ही रेत निकाली जा सकेगी।
शासन के नियमानुसार, मानसून की शुरुआत के साथ 15 जून से रेत की निकासी और उत्खनन पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई थी। यह अवधि पूरी हो चुकी है, और अब इन चार अधिकृत घाटों पर उत्खनन की अनुमति दी गई है। जिन खदानों से रेत निकाली जाएगी उनमें लक्षनपुर, अमलीडीहा, उदईबंद और कोनचरा शामिल हैं। वहीं, बाकी खदानों को पर्यावरण क्लीयरेंस और एनओसी मिलने के बाद ही उत्खनन की अनुमति दी जाएगी।

मानसून के दौरान अवैध रेत माफियाओं ने कई जगहों पर रेत डंप कर रखी थी और ऊंचे दामों पर बेच रहे थे, जिससे लोगों को महंगी रेत खरीदनी पड़ी। लेकिन अब, अधिकृत खदानों से रेत की आपूर्ति शुरू होने से रेत की कीमतों में गिरावट आने की संभावना है। जिससे निर्माण कार्यों में तेजी आने की उम्मीद है।

Related Articles

Back to top button