(आशीष मौर्य के साथ जयेन्द्र गोले) : बिलासपुर : जिला अस्पताल में पदस्थ नर्स मंजू पाटले पिता व्यास नारायण पाटले निवासी टिकरापारा ने अपनी नर्स साथी को बड़े पद पर शासकीय नौकरी लगने के नाम पर धोखाधड़ी की हैं ।
मामले में शिकायत के बाद सरकंडा पुलिस ने आरोपी नर्स मंजू पाटले को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं आरोपी का सहयोगी सतीश सोनवानी अभी फरार है. बताया जा रहा है कि महिला आरोपी मंजू पाटले के खिलाफ जिला जांजगीर और बिलासपुर के तारबाहर थाने में भी इसी तरह धोखाधड़ी करने के मामले में अपराध दर्ज है.
यह हैं पूरा मामला :-प्रार्थी शरद चंद्र वर्मा पिता राजकुमार वर्मा उम्र 40 वर्ष सा० पाटलीपुत्र नगर राजकिशोर नगर क्वा० नं० ए/ 81 सरकंडा बिलासपुर थाना उपस्थित आकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि इसकी पत्नि लता पाटिल वर्मा जिला अस्पताल बिलासपुर में नर्स के पद पर शासकीय नौकरी करती है।
इसकी पत्नि के साथ मंजू पाटले भी नर्स के पद पर नौकरी करती है। जिसके कारण मंजू पाटले से इसकी व इसकी पत्नि की जान पहचान हो गई थी, जान पहचान के दौरान ही जब ये लोग करीब 5 लोग मिलकर 15.12.2022 को पिकनिक मनाने रायपुर गये थे।
पिकनिक के दौरान बातचीत में मंजू पाटले ने इसे और इसकी पत्नि को बताई कि उसका एक दोस्त जिसका नाम सतीश कुमार सोनवानी उर्फ आर्यन है। जो मंत्रालय रायपुर में अधिकारी के पद पर नौकरी करता है।
पिकनिक मनाने के दौरान सतीश कुमार सोनवानी उर्फ आर्यन इन्हे रायपुर में मिला और स्वयं को मंत्रालय में अधिकारी के पद पर शासकीय नौकरी करना बताया जिससे हम लोग पिकनिक के दौरान बातचीत किये जिसके कारण उससे भी इनकी जान पहचान हो गई ।
पिकनिक मनाने के दौरान ही मंजू पाटले ने बातों ही बातों में बताया कि सतीश कुमार सोनवानी उर्फ आर्यन इसके एक रिस्तेदार की मंत्रालय में ही शासकीय पद पर नौकरी लगवाने वाला है जिसके लिये सतीश कुमार सोनवानी उर्फ आर्यन को 4 लाख रूपये देना बताई और इसी बात का आसवासन सतीश कुमार सोनवानी द्वारा भी दिया गया और बोला गया।
कि बहुत ही जल्द यह मंजु पाटले के रिस्तेदार की नौकरी मैं मंत्रालय में लगा दूंगा बोला और इसी दौरान सतीश कुमार सोनवानी उर्फ आर्यन और मंजू पाटले ने इसे बोला कि यदि आप चाहो तो आपकी भी मंत्रालय में सरकारी पद नौकरी लग सकती है लेकिन उसके लिये आपको कुछ पैसे देने होंगे क्योंकि मंत्रालय में नौकरी के लिये वहां के अधिकारीयों को कुछ पैसे देने पडते है।
तब यह और इसकी पत्नि उसकी बातों पर भरोसा न करके नौकरी लगाने के लिये पैसे देने से इंकार कर दिये। और दिनांक 16.12.2022 को सतीश कुमार सोनवानी उर्फ आर्यन हम लोगों को होटल डिजायर में रूकवाया था और वहां भी नौकरी लगाने की बात कह रहा था।
परंतु हम लोगों के द्वारा लगातार नौकरी के लिये पैसा देने से इंकार कर दिया गया उसके बाद ये लोग दिनांक 17.12.2022 को रायपुर से बिलासपुर पिकनिक मनाकर वापस आ गये, तब मंजू पाटले और सतीश सोनवानी उर्फ आर्यन इसे एवं इसकी पत्नि को लगातार फोन करके कहने लगे कि बहुत अच्छा मौका है ।
बहुत ही कम पैसे में आपकी मंत्रालय में नौकरी लग जायेगी हम लोगों पर भरोसा करीये कहकर दोनो लोग लगातार 20-25 बार हम लोगों को फोन करने लगे तब इसकी पत्नि उनकी बातों में भरोसा करने लगी और मंजू द्वारा इसकी पत्नि को कहा गया कि नौकरी लगाने के लिये आप पैसे दे दो यदि आपकी नौकरी नही लगेगी तब उक्त पैसे को सतीशज सोनवानी उर्फ आर्यन से वापस करवाना मेरी जिम्मेदारी है वह मेरा बहुत अच्छा दोस्त है ।
मंजू पाटले इसकी पत्नि के साथ नौकरी करती है जिससे उसकी बातों में भरोसा करके मंत्रालय में किसी भी अच्छे पद पर नौकरी लगवा देने का आसवासन देने एवं नौकरी से पूर्व किस्तों में 4 लाख रूपये की मांग किये तब हम लोग पुराने संबंध और जान पहचान के कारण उसे अलग अलग किस्तों में फोन पे के माध्यम से मंजू के कहने पर सतीश सोनवानी के गूगल पे के एकाउंट मे ट्रांसफर हुआ.
तारबाहर थाने मे भी आरोपी नर्स मंजू पाटले के खिलाफ है मामला दर्ज :-
तारबहार क्षेत्र में बशीर कॉम्प्लेक्स की रहने वाली किरण बघेल जिला अस्पताल में नर्स के पद पर कार्यरत है. जहा उसकी सहेली नर्स मंजू पाटले जो की खुद भी नर्स है । मंजू पाटले ने किरण को अपने झांसे में लिया और कहा की मेरे एक मित्र है सुमित सोनवानी जिनका मंत्रालय में पहुंच है।
और वो नौकरी लगवाते है।जिसके बाद किरण बघेल मंजू के झांसे में आकर अपने मामा की नौकरी लगवाने के नाम से 8 लाख 40हजार रुपए दे दी.लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी नौकरी नही लगी. आरोपी नर्स मंजू पाटले और अन्य के खिलाफ तारबाहर थाने में भी मामला दर्ज है.