शेयर बाजार में बड़ी गिरावट, एक झटके में 13 लाख करोड़ का नुकसान
भारतीय शेयर बाजार के लिए नया साल अब तक बेहद खराब रहा। इस साल के अब तक के कारोबारी दिन में अधिकतर में बाजार में गिरावट देखी गई। इस बीच, आज सोमवार 13 जनवरी को बाजार 7 महीने के लो लेवल पर आ गया। अमेरिका में रोजगार के मजबूत आंकड़े से फेडरल रिजर्व की ब्याज दर में कटौती की उम्मीद धूमिल पड़ने से ग्लोबल मार्केट में आई गिरावट का असर भारतीय बाजार पर भी पड़ा है।
सोमवार को बीएसई पर इंट्राडे ट्रेड में टाटा स्टील, एशियन पेंट्स समेत 500 से अधिक शेयर एक साल के निचले स्तर पर आ गए। इस बड़ी गिरावट के चलते बाजार के निवेशकों को एक ही सेशन में लगभग ₹13 लाख करोड़ का नुकसान हो गया।
बीएसई का 30 शेयरों वाला इंडेक्स सेंसेक्स 1048.90 अंक यानी 1.36 प्रतिशत का गोता लगाकर सात महीने बाद 77 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे 76,330.01 अंक पर आ गया।
इससे पहले यह 11 जून 2024 को 76,456.59 अंक पर रहा था। साथ ही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 345.55 अंक यानी 1.47 प्रतिशत लुढ़ककर 23,085.95 अंक पर बंद हुआ।
बीएसई की दिगगज कंपनियों के मुकाबले मझौली और छोटी कंपनियों के शेयरों में अधिक बिकवाली हुई, जिससे मिडकैप 4.17 प्रतिशत कमजोर होकर 42,395.71 अंक और स्मॉलकैप 4.14 प्रतिशत टूटकर 50,541.90 अंक रह गया।
इस दौरान बीएसई में कुल 4248 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 3562 में गिरावट जबकि 555 में तेजी रही वहीं 131 में कोई बदलाव नहीं हुआ। बीएसई के सभी 21 समूहों में जमकर बिकवाली हुई।
इससे रियल्टी 6.59, कमोडिटीज 3.69, सीडी 4.04, ऊर्जा 2.42, एफएमसीजी 1.46, वित्तीय सेवाएं 2.03, हेल्थकेयर 2.64, इंडस्ट्रियल्स 4.09, आईटी 1.38, दूरसंचार 2.74, यूटिलिटीज 4.38, ऑटो 2.96, बैंकिंग 1.23, कैपिटल गुड्स 3.58, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स 3.96, धातु 3.17, तेल एवं गैस 3.24, पावर 4.23, टेक 1.30, सर्विसेज 4.35 और फोकस्ड आईटी समूह के शेयर 1.36 प्रतिशत लुढ़क गए।