खनिज विभाग के किस अधिकारी ने, लाखों रुपय में लोफंदी के रेत चोरों को दिया, अवैध रेत खुदाई और परिवहन का “न्यू ईयर गिफ्ट”..!
(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर – प्रदेश शासन और जिला प्रशासन को धता बताते हुए बिलासपुर तहसील के लोफंदी (सेंदरी) गांव के चंद लोगों और पंचायत प्रतिनिधियों के द्वारा अरपा नदी से रेत की अवैध खुदाई और परिवहन का काम धड़ल्ले से किया जा रहा है। ग्रामीणों के विरोध और खनिज विभाग की सख्त कार्रवाई के कारण लोफंदी गांव में अरपा नदी में धड़ल्ले से अवैध रेत की खुदाई कर उसकी तस्करी की जा रही है। इस काम में गांव के कुछ रसूखदार लोग और पंचायत प्रतिनिधि तथा खनिज विभाग के कुछ मलाईखोर अधिकारी शामिल बताए जा रहे हैं। लोफंदी में ट्रक में दबकर एक युवक की मौत के बाद से लोगों के जबर्दस्त विरोध के कारण रेत की अवैध खुदाई और परिवहन का काम तथा रेत सौदागरों की आवाजाही पूरी तरह से बंद थी। लेकिन कुछ दिनों पूर्व खनिज विभाग के एक अधिकारी से हर महा 5 से 7 लाख रुपए देने के एवज में रेत खुदाई और अवैध परिवहन का काम धड़ल्ले से जारी है। गांव के लोगों से जानकारी मिल रही है कि गांव के कुछ पंचायत प्रतिनिधियों के द्वारा इसके लिए बाकायदा माइनिंग विभाग के कुछ अफसरों से मंथली डीलिंग तय की गई। इसके आधार पर ही माइनिंग विभाग के द्वारा लोफंदी गांव के रसूखदारों को अरपा नदी से रेत की खुदाई और बड़े पैमाने पर उस की खुलेआम बिक्री का न्यू ईयर गिफ्ट दिया गया है। जिसके कारण ही दिसंबर माह के अंतिम सप्ताह से लगातार हर दिन बड़ी मशीन से रेत की खुदाई और 30-40 ट्रैक्टरों तथा हाईवा से उसके परिवहन का काम धड़ल्ले से जारी है। बिलासपुर रतनपुर मार्ग पर सेंदरी से लोफंदी जाने वाली रोड पर अवैध रेत से लदे दर्जनों ट्रैक्टरों और हाईवा की आवाजाही इसका साफ सबूत है। इसी सड़क पर ग्राम कछार से लेकर लोफंदी तक सड़क के दोनों ओर बड़े पैमाने पर लगे रेत के ढेर (डंप) सात इशारा कर रहे हैं कि लोफंदी मैं बड़े पैमाने पर अवैध खुदाई और परिवहन का काम कुछ पंचायत प्रतिनिधियों और रसूखदार लोगों बाहुबलियों के द्वारा बेखौफ किया जा रहा है। सवाल यह उठता है कि खुलेआम हो रही रेत की अवैध खुदाई और परिवहन के इस गोरखधंधे पर खनिज विभाग के अधिकारियों की नजर क्यों नहीं पड़ रही है। जिस तरह से इस विभाग ने लोफंदी में चल रहे है इस अवैध कारोबार की ओर से आंखें मूंद रखी हैं। उससे साफ जाहिर होता है कि रेत के अवैध सौदागरों और माइनिंग विभाग के चंद् जमीनी अफसरों के बीच कोई अवैध डील जरूर हुई है जिसके कारण लोफंदी में रेत के अवैध कारोबार में झूठे लोगों को माइनिंग विभाग ने रेत की अवैध खुदाई और परिवहन करने का “न्यू ईयर गिफ्ट” दे दिया है।