बिलासपुर के खनिज विभाग को हुआ मोतियाबिंद….! इसीलिए उसे लोफंदी में अरपा नदी में धड़ल्ले से हो रही रेत की अवैध खुदाई दिखाई नहीं दे रही…वहीं अवैध रेत परिवहन में लगे दर्जनों ट्रैक्टर और हाईवा भी नहीं दिखाई देते ..!
(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर – बिलासपुर तहसील में अरपा किनारे बसे लोफंदी गांव में जिस तरह नदी से रेत की अंधाधुंध अवैध खुदाई हो रही है। उस पर कोई ठोस कार्रवाई न होने से ऐसा लगता है कि खनिज विभाग की आंखों में शायद मोतियाबिंद हो गया है, जो विभाग को यह अवैध धतकरम दिखाई नहीं देता.. बिलासपुर रतनपुर मार्ग पर सेन्दरी से लोफंदी जाने वाले मार्ग पर चौबीसों घण्टे अवैध खुदाई के जरिए निकाली गई रेत से लदे दर्जनों ट्रैक्टर और हाईवा लगातार फर्राटे भरते दिख रहे हैं। इतने खुले आम हो रही रेत की अवैध खुदाई में लगी मशीनें और अवैध रेत को खुलेआम डोहार रहे ट्रैक्टर और हाईवा खनिज विभाग को कैसे दिखाई नहीं देते। यह हालत देखकर ही लोग टिप्पणी कर रहे हैं कि कहीं खनिज विभाग की आंखों में मोतियाबिंद तो नहीं हो गया है जो उसे यह सारा धतकरम दिखाई ही नहीं दे रहा है। धड़ल्ले से हो रहे इस काम में कुछ बाहरी बाहुबलियों के अलावा सफेदपोश लोग तथा पंचायत प्रतिनिधि खुलेआम जुटे हुए हैं। इनके हौसले इतने बुलंद हैं कि अब इन्होंने इस अवैध काम का विरोध करने वालों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से धमकाना भी चालू कर दिया है। जिला प्रशासन को चाहिए कि वह जानबूझकर मोतियाबिंद से ग्रस्त खनिज विभाग का कुछ ऐसा इलाज करें.. जिससे उसे लोफंदी गांव और अरपा नदी में हो रही रेत की अवैध खुदाई तथा अवैध ढुलाई और अवैध सौदागिरी का नजारा साफ साफ दिखाई देने लगे। वहीं खनिज विभाग और जिला प्रशासन को इस अवैध गोरखधंधे की रीढ पर निर्णायक प्रहार करना चाहिए।।। अन्यथा किसी भी दिन रेत की अवैध खुदाई और अवैध परिवहन के इस मोर्चे पर ऐसी कोई अप्रिय घटना घटित हो सकती है, जिससे जिला प्रशासन, खनिज विभाग और जिले के माथे पर कलंक का टीका लग सकता है।