छत्तीसगढ़

एमएसटी के आदेश में रेल यात्रियों के साथ छलावा : लोकल ट्रेनों में मेल और एक्सप्रेस के भाड़े की दर से बनेगी एमएसटी

(शशि कोन्हेर) : कोरोना लाकडाउन के कारण विगत 2 वर्षों से रेल की सवारी यात्रियों के लिए सफेद हाथी साबित हो रही है। बंद पडे रेलवे के पहिए यात्री सुविधा के नाम पर जब चालू हुए तभी से अपेक्षा की जा रही थी हजारों की संख्या में दैनिक यात्रियों के लिए लिए मंथली सीजन टिकट की व्यवस्था पूर्व की भांति बहाल की जाएगी। मंडल और रेलवे जोन की बैठक में भी प्रतिनिधियों के द्वारा जोर शोर से विषय को रखा गया और रेल मंत्री को भी ट्वीट कर एमएसटी बहाल करने के लिए मांग की गई, लेकिन समय समय पर कोरोना की रफ्तार से निर्णय नहीं हो सका और आज भी यात्री ट्रेनों की सुविधाएं सामान्य रूप से बहाल नहीं हो पाई है ऐसे में एमएसटी यात्रियों को बहुत परेशानी का सामना गंतव्य तक आने-जाने के लिए करना पड़ रहा है। इसे देखते हुए रेलवे बोर्ड के निर्देश पर आखिरकार रेलवे जोन बिलासपुर के वाणिज्य कर अधिकारी के द्वारा 21 जनवरी को जारी आदेश के अंतर्गत सभी डीआरएम को एमएसटी टिकट जारी करने के लिए आदेशित किया गया है। जिसे 23 जनवरी से लागू किए जाने के लिए निर्देशित करते हुए एक तरफ तो जनता के हित में है एमएसटी की सुविधा बहाल करने का निर्देश दिया गया है लेकिन दूसरी ओर इसे केवल पैसेंजर स्पेशल ट्रेनों तक ही सीमित करने का स्पष्ट रूप से आदेश लिखित में जारी हुआ है। उसमें भी रेलवे के चीफ कमर्शियल अधिकारी के द्वारा पैसेंजर ट्रेनों में यात्रियों से एम एस टी भाड़ा मेल और एक्सप्रेस के भाड़े के अनुरूप लोकल ट्रेन के लिए जारी करने के लिए आदेश किया गया है, जो सीधे-सीधे यह दर्शाता है कि रेल प्रशासन वास्तव में यात्री सुविधाओं के नाम पर कितना संजीदा और संवेदनशील है? रेलवे स्टेशन पर दैनिक यात्री संघ के यात्रियों ने बातचीत के दौरान हमारे संवाददाता को बताया कि बताया कि सुपरफास्ट एमएसटी की सुविधा पूर्व प्रचलित दर के अनुसार होना चाहिए। रेल मंत्रालय या बजट में भाड़ा नही बढ़ाया गया है, ऐसे में बढ़ती हुई महंगाई के बीच में स्थानीय पदाधिकारियों को जनता पर बोझ डालने की मनमर्जी नही करना चाहिए। रेलवे जोन प्रशासन बिलासपुर का यह निर्णय जनता के हितों के विरुद्ध है। इसमें तत्काल सुधार कर आवश्यकता इस बात की है कि पहले की निर्धारित दर पर सुपर फास्ट एमएसटी की सुविधा जारी की जाय। मेल एक्सप्रेस में वसूली की जाने वाली है एमएसटी लोकल ट्रेन में लिया जाना खुली लूट है रेल प्रशासन को ध्यान देना होगा।

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