प्रदेश के जिन 16802 प्रेरकों को परमानेंट करने का वादा था, उन्हें निकाल बाहर किया गया….
(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर – साक्षर भारत कार्यक्रम के तहत पूरे छत्तीसगढ़ के प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक महिला और एक पुरूष प्रेरक का चयन मिनी पीएससी परीक्षा के आधार पर किया गया 16802 प्रेरकों का चयन हुआ था। जिन्हे 31 मार्च 2018 को कार्य से बाहर निकाल दिया गया। कॉग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र में प्रेरकों को नियमित रोजगार देने के लिए शामिल किया गया व टी.एस. बाबा द्वारा लिखित वादा भी किया गया कि कांग्रेस की सरकार बनते ही नियमित रोजगार दिया जाएगा। लेकिन आज 3 साल से ऊपर समय होने के बाद भी हर नेता-मंत्री व मुख्यमंत्री द्वारा नियमित रोजगार का सिर्फ आश्वासन पर आश्वासन ही दिया जा रहा है। आज दिनाँक 25 फरवरी को बिलासपुर में मुख्यमंत्री श्री भुपेश बघेल का आगमन हुआ जिसमें संघर्षशील प्रेरक पंचायत कल्याण संघ छत्तीसगढ़ के आह्वान पर बिलासपुर जिलाध्यक्ष श्रीमती दुर्गा यादव श्री चंद्रशेखर व श्री गंगाराम और मुंगेली जिला से जिला मीडिया प्रभारी श्रीमती पूर्णिमा बाला साहू द्वारा मुख्यमंत्री को प्रेरक रोजगार के सम्बंध में ज्ञापन देकर उनके द्वारा किये वादे व गरीब प्रेरकों की मांगों से अवगत कराया गया।