राजनांदगांव

नगर निगम द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर भव्य आयोजन, 1 हजार महिलाओं का हुआ सम्मान…..


(उदय मिश्रा) : राजनांदगांव – भगवान ने सृष्टि की रचना रचने के लिये नारी की उत्पत्ति की, क्योकि नारी ही जम्नदात्री है। महिलाएं दिनभर खुश रहकर काम करे, क्योकि दिन की शुरूवात महिलाओं के द्वारा होती है। महिलाएं प्रातः पहले उठकर घर के काम काज में लग जाती है। महिलाएं खुश रहकर काम करेंगी तो समाज और देश खुश रहेगा। उक्त उदगार छत्तीसगढ़ की महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेडिया ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर नगर निगम द्वारा आडिटोरियमं में आयोजित महिला सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के आसंदी से दिये। उन्होंने इस गरिमामय आयोजन के लिये महापौर सहित निगम परिवार को बधाई देते हुये कहा कि हमारे प्रदेश की महिला हर क्षेत्र मेें लोहा लेने को तैयार है। चाहे वह खेती का क्षेत्र हो, चाहे नौकरी में हो, चाहे सेना मेें देश की रक्षा करने का हो। हर क्षेत्र में कार्य कर महिला सफलता प्राप्त कर रही है, पर कई परिवार अभी भी रूढ़ीवादी विचार से जुडे है। उनकी सोच को बदलना है, यह कार्य महिला ही कर सकती है। अपने बेटी बेटे को अच्छा संस्कार दे, ताकि परिवार उन्नति कर सके। समाज की बुराई को महिला ही समाप्त कर सकती है। उन्होंने कहा कि हमारे प्रदेश के मुखिया श्री भूपेश बघेल जी महिलाओं को स्वावलंबन बनाने की दिशा में कार्य कर रहे है, इसका उदाहरण गौठान योजना हैै, जहॉ महिलाये गोबर के खाद से लेकर लकड़ी, दिया, धुपबत्ती आदि बना रहे है, जिसका विक्रय प्रदेश एवं देश में हो रहा है एवं आप सबके सहयोग से हमारे प्रदेश का नाम देश के साथ साथ विदेश में भी हो रहा है। उन्होंने कहा कि हम एक दूसरे का साथ दे, सब आपस में सहयोग की भावना से कार्य करे, तभी समाज एवं देश आगे बढ़ेगा।


नगर निगम द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आज 12 मार्च को आडिटोरियम में आयोजित महिला सम्मान समारोह में आंगनबाडी कार्यकर्ता, सहायिका, मितानीन, आरोग्य समिति के सदस्य एवं स्वच्छता दीदीयों सहित 1 हजार महिलाओं का सम्मान किया गया। सम्मान समारोह की अध्यक्षता राज्य सभा सांसद छाया वर्मा ने की एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में छ.ग. बाल अधिकार एवं संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती तेजकुंवर नेताम, छ.ग. अंत्यावसायी वित्त विकास निगम की अध्यक्ष सुश्री नीता लोधी, महिला आयोग की सदस्य डॉ. अनिता रावटे एवं लोक गायिका कविता वासनिक उपस्थित थी।


कार्यक्रम का प्रारंभ मॉ सरस्वती एवं छत्तीसगढ़ महतारी के तैल चित्र पर माल्यार्पणकर, दीप प्रज्जवलित कर राज्य गीत के साथ किया गया। तत्पश्चात अतिथियों का स्वागत महापौर हेमा सुदेश देशमुख, अध्यक्ष हरिनारायण पप्पू धकेता, आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी, महिला एवं बाल विकास विभाग की प्रभारी सदस्या बैनाबाई टुरहाटे सहित महापौर परिषद के प्रभारी सदस्यों, पार्षदों, नामांकित पार्षदों ने खुमरी पहनाकर एवं पुष्प गुच्छ भेट कर किया।


कार्यक्रम में अध्यक्षीय उद्बोधन में राज्य सभा सांसद छाया वर्मा ने अच्छे आयोजन एवं महिलाओे के सम्मान के लिये बधाई देते हुये कहा कि हर महिला अपना अधिकार व कर्तव्य समझे और परिवार व समाज में अच्छा कार्य करें। क्योकि आज भी पारिवारिक विवाद की समस्या बहुत आ रही है, ये चिंता के विषय है। हम अपने परिवार में अच्छे संस्कार दे, बच्चों को अच्छी शिक्षा दे, बेटियों को पढ़ाने के साथ साथ संस्कारी भी बनाये। ताकि परिवार में विवाद की स्थिति निर्मित न हो। जब महिलाएं सस्कारित होगी, स्वावलंबी बनेगी तभी महिला दिवस की सार्थकता है।


बाल अधिकार एवं संरक्षण आयोग की अध्यक्ष तेजकुंवर नेताम ने कहा कि महिलाओं का सम्मान करने पर मैं महापौर सहित निगम परिवार को धन्यवाद देती हूॅ। उन्होंने महिलाओं से कहा कि वे महापौर एवं पार्षदों से जुडकर कार्यकरे, तभी शहर का विकास होगा। उन्होंने कहा कि सरकार महिलाओें को गौठान के माध्यम से आत्म निर्भर बना रहे है। महिलाएं अपने अधिकार का उपयोग कर घर एवं समाज को आगे बढ़ाने के लिये कार्य करे, तभी समाज में उन्नति होगी। उपाध्यक्ष नीता लोधी ने अपने उद्बोधन में कहा कि एक जुट होकर हम सब महिलाओं को आगे बढ़ना है। मुख्यंत्री भूपेश बघेल जी महिलाओं के उथान के लिये कार्य कर रहेे है, गौठान का हमारा माडल देश में लागू हो रहा है, जहॉ कार्यकर महिला स्व सहायता समूह स्वावलंबी बन रही है। इसी प्रकार कार्य कर महिलाएं प्रदेश व देश का नाम रोशन करे।


महिला आयोग की सदस्य डॉ. अनिता रावटे ने कहा कि महिला अपनी शक्ति को पहचाने वे अपनी सोच को बदले हम ये नहीं कर सकते, हमें ये नहीं सोचना है, बल्कि हम सब कर सकते है, ये सोचना है। आज भी महिलाओं के लिये ये धारणा है कि महिला, महिला की दुश्मन होती है, हमे इस धारणा को खत्म करना है और एक दूसरे के साथ मिलकर कार्य करना है। तभी महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलेगा। लोक गायिका कविता वासनिक ने भी महिला दिवस पर महिलाओं को शुभकामनाएं देते हुये अच्छे आयोजन के लिये महापौर एवं पार्षदों को बधाई दी।


अपने स्वागत उद्बोधन में महापौर हेमा सुदेश देशमुख ने सभी अतिथियों सहित उपस्थितजनों एवं महिलाओं का स्वागत करते हुये कहा कि आप सबके सहयोग से सम्मान समारोह आयोजित किया गया है। महिला दिवस का मतलब महिलाओं को सुदृढ़ करना, अपने अधिकारों को जानना, उनकों स्वावलंबी बनाना है। उन्होंने कहा कि महिलाएं आदि काल से सशक्त है। हमारे देश में महारानी लक्ष्मीबाई, सरोजनी नायडू, इंदिरागांधी, प्रतिमा पाटिल, मीरा कुमार, कल्पना चावड़ा, सुनिता विलियम, सुरेखा यादव जैसी अनेक महान महिलाओं ने जन्म लिया जिन्होंने देश का नाम रोशन किया है। हमे अपने आप को पहचानने की जरूरत है। हमारी सरकार महिलाओं के उत्थान के लिये कार्य कर रही है।


सम्मान समारोह में नगर निगम सीमाक्षेत्र के 1 हजार महिलाओं जिनमें आगनबाडी कार्यकर्ता, सहायिका, मितानिन, आरोग्य समिति के सदस्य एवं स्वच्छता दीदीयों को उपहार देकर सम्मानित किया गया। सम्मान की कडी में समाजिक महिला संगठनों का भी सम्मान किया गया। इस अवसर पर महिल एवं विभाग द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गयी। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मतानित किया गया। कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने किया। इस अवसर पर जिलाधीश तारन प्रकाश सिन्हा, पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह सहित छ.ग. खादी ग्रामोद्योग के सदस्य श्रीकिशन खंडेलवाल, छ.ग. अल्प संख्यक आयोजक के सदस्य हफीज खान, छ.ग पर्यटन मण्डल के सदस्य निखील द्विवेदी, राजगामी संपदा के सदस्य रमेश खण्डेलवाल, पूर्व महापौर सुदेश देशमुख, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष कुतबुददीन सोलंकी, पूर्व नगर निगम अध्यक्ष रमेश डाकलिया सहित पार्षदगण, नामांकित पार्षदगण, जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, पत्रकार बंधु, महिला समूह एवं नगर निगम के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।


बाईट – अनिला भेड़िया, मंत्री छत्तीसगढ़ शासन
बाईट – हेमा सुदेश देशमुख, महापौर, राजनांदगांव

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