कांग्रेस में नेतृत्व के खिलाफ खुले विद्रोह के संकेत..!
(शशि कोन्हेर) : पांच राज्यों की हार को लेकर कांग्रेस में बढ़ रहा अंदरूनी असंतोष अब नेतृत्व के खिलाफ खुले विद्रोह की ओर बढ़ता दिखाई दे रहा है। कांग्रेस कार्यसमिति में गांधी परिवार के नेतृत्व के प्रति जताए गए भरोसे के विपरीत पार्टी के असंतुष्ट जी 23 समूह ने कांग्रेस में बड़े बदलाव के लिए अपनी गोलबंदी तेज कर दी है। इस क्रम में जी 23 के नेताओं ने असंतुष्ट खेमे की अगुआई कर रहे गुलाम नबी आजाद के घर बुधवार रात बैठक कर कांग्रेस में गांधी परिवार के नेतृत्व को चुनौती देने के अपने इरादों का संकेत दिया है। घर की कांग्रेस की बजाय सब की कांग्रेस बनाने के असंतुष्ट खेमे के नेता कपिल सिब्बल के बयान से मचे घमासान के बाद जी 23 की जवाबी गोलबंदी पार्टी में विद्रोह के बनते हालत का संकेत दे रही है।
जी 23 नेताओं की आजाद के घर हुई बैठक, असंतुष्ट नेताओं की बढ़ी संख्या
असंतुष्ट खेमे के नेताओं की गुलाम नबी आजाद के घर हुई यह बैठक कांग्रेस नेतृत्व की चिंता बढ़ाने वाली है क्योंकि अब तक सीधे जुड़ने से परहेज करते रहे कई वरिष्ठ नेता खुलकर जी 23 के साथ दिखाई देने लगे हैं। सबसे खास बात यह रही कि तेज तर्रार नेता सांसद शशि थरूर और मनीष तिवारी ही नहीं गांधी परिवार के बेहद करीबी नेताओं में गिने जाने वाले मणिशंकर अययर, अखिलेश प्रताप सिंह और पीजे कुरियन सरीखे नेता भी बुधवार को जी 23 की बैठक में शामिल हुए।
गांधी परिवार के करीबी मणिशंकर अय्यर, पीजे कुरियन भी बैठक में हुए शामिल
असंतुष्टों की इस बैठक से पहले लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने गांधी परिवार के नेतृत्व का समर्थन करते हुए दावा किया कि जी 23 एक गुब्बारा है जो जल्द ही फट जाएगा। लेकिन चोधरी के दावे के कुछ घंटों बाद ही असंतुष्ट खेमे ने अपनी बैठक में पहले से कहीं ज्यादा संख्या में नेताओं को जुटाकर बहुत कुछ साबित करने की कोशिश की है।