(देखें वीडियो) : बीरभूम की घटना को लेकर पश्चिम बंगाल विधानसभा में विधायकों के बीच हुई मारपीट
तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी विधायकों के बीच हुई हाथापाई में घायल तृणमूल कांग्रेस विधायक असित मजूमदार को सरकारी एसएसकेएम अस्पताल में दाखिल कराया गया है.
उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के घूसे से उनकी नाक टूट गई है. बता दें कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दार्जीलिंग पर्वतीय क्षेत्र के पाँच दिन के दौरे पर हैं.
इस घटना के बाद आरोप-प्रत्यारोप तेज़ हो गए हैं. वरिष्ठ टीएमसी नेता फिरहाद हकीम ने सदन में फैली अशांति के लिए शुभेंदु को ज़िम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि उन्होंने ऐसी गुंडागर्दी करने वाला विपक्ष का नेता पहले कभी नहीं देखा है.
दोनों पार्टियाँ एक दूसरे पर लगा रही हैं आरोप
उधर, भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया है कि सादे कपड़ों में पुलिसवालों को सदन के भीतर घुसा कर उनसे बीजेपी विधायकों को पिटवाया गया.
सोमवार को सदन के बजट अधिवेशन के आख़िरी दिन की शुरुआत से ही बीजेपी विधायकों ने सदन में हंगामा शुरू कर दिया. उन्होंने अपने हाथों में तख़्तियाँ ले रखी थीं. इसके बाद सत्तारुढ़ पार्टी के सदस्यों के साथ पहले उनकी धक्कामुक्की हुई और फिर बाकायदा हाथापाई शुरू हो गई.
इसी दौरान टीएमसी विधायक असित मजूमदार को नाक में चोट लगी और खून बहने लगा. उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
कुछ देर तक चली हाथापाई के बाद बीजेपी विधायक जय श्रीराम के नारे लगाते हुए सदन से बाहर निकल गए.
शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया, “टीएमसी के सदस्यों ने पार्टी के विधायकों-नरहरि महतो और मनोज टिग्गा के साथ मारपीट की है.”
उनका कहना था कि बीरभूम की हिंसा और रविवार को बशीरहाट में एक किशोरी से बलात्कार की घटना को ध्यान में रखते हुए बीजेपी ने सदन में कानून और व्यवस्था की स्थिति पर बहस कराने की मांग की इसके बाद ही बात बढ़ती गई और सदन में अप्रिय घटना घटित हो गई।