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कांग्रेस से सिद्धू की हकालपट्टी के संकेत, भारी पड़ सकती है प्रशांत किशोर से गरलबहियां

(शशि कोन्हेर): चंडीगढ़:  पंजाब कांंग्रेस के पूर्व अध्‍यक्ष नवजाेत सिंह सिद्धू को चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से नजदीकी दिखाना और उनको लेकर ट्विट करना भारी पड़ सकता है। पंजाब कांंग्रेस के प्रभारी हरीश चौधरी द्वारा सिद्धू के खिलाफ कांग्रेस अनुशासन कमेटी को शिकायत भेजने की खबर है। इससे सिद्धू की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशाेर को लेकर एक के बाद एक ट्वीट कर रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश चौधरी ने कांग्रेस की अनुशासनात्‍मक कमेटी को नवजोत सिं‍ह सिद्धू के खिलाफ शिकायत भेजकर पार्टी को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है। हरीश चौधरी ने कमेटी से सिद्धू के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।

बताया जाता है कि कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने सोनिया गांधी और कांग्रेस अनुशासनात्‍मक कमेटी को पत्र लिख कर सिद्धू पर कार्रवाई करने की मांग की है। हरीश चौधरी ने यह पत्र 23 अप्रैल को लिखा है। सूत्रों का कहना है हरीश चौधरी ने यह पत्र कांग्रेस के नए प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़‍िंग की सिफारिश पर लिखा है। वड़‍िंग ने हरीश चौधरी से शिकायत की थी।    

बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष पद से इस्‍तीफा देने के बाद भी अपने तरीके से सक्रिय हैं। वह पार्टी के असंतुष्‍ट नेताओं के साथ कार्यक्रम कर रहे हैं। इस बीच प्रशांत किशाेर के कांग्रेस में शामिल होने से इन्‍कार करने के बाद भी सिद्धू उनके साथ नजदीकी बढ़ाने में जुटे दिखाई दे रहे हैं।   

ऐसे में पंजाब की राजनीति में इस बात की चर्चा गर्म हो गई है कि प्रशांत किशोर ने भले ही कुछ दिनों पूर्व कांग्रेस को झटका दिया हो, लेकिन पंजाब में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू उनके साथ नजदीकियां बढ़ाने में जुटे हैं। प्रशांत किशोर ने जिस दिन कांग्रेस में शामिल न होने के फैसले के साथ पार्टी को नसीहत दी थी। ठीक उसी दिन नवजोत सिंह सिद्धू ने उनके साथ अपनी फोटो शेयर की थी।

इसके बाद प्रशांत किशोर के बिहार में अपनी राजन‍ीतिक पार्टी के गठन की संकेत देने के बाद सिद्धू ने अपने अंदाज में उनको बधाई दी और इसको लेकर प्रतिक्रिया दी। सिद्धू ने ट्वीट कर कहा, ‘ पहला कदम आधी लड़ाई होता है मेरे दोस्‍त, अच्‍छी शुरूआत हमेशा अच्‍छा अंत लेकर आती है। संविधान की भावना का सम्‍मान करने के आपके प्रयास हमेशा से सर्वश्रेष्‍ठ रहे हैं। लोगाें की शक्ति निश्चित उनके पास लौटनी चाहिए।  

पिछले दिनों जब पीके के कांग्रेस पार्टी में किसी बड़ी जिम्मेदारी निभाने को लेकर चर्चा थी तब भी सिद्धू ने दिल्ली में रणनीतिकार से मुलाकात की थी। इस मुलाकात की तस्वीर शेयर करते हुए सिद्धू ने लिखा था, ‘पुराना सोना और पुराने दोस्त हमेशा बेहतर होते हैं।’ सिद्धू के इस पोस्ट के बाद से ही इस बात के भी संकेत मिले कि उनकी बदली रणनीति के पीछे पीके हो सकते हैं। 2017 में सिद्धू को कांग्रेस में लाने में पीके ने अहम भूमिका अदा की थी।

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