जोधपुर में तनाव बरकरार, 14 एफआईआर में 250 लोग आरोपित, ड्रोन से निगरानी
(शशि कोन्हेर) : राजस्थान के जोधपुर में ईद के एक दिन पहले सोमवार रात को झण्डे लगाने को लेकर हुई हिंसा के बाद अभी तनाव बरकरार है। लोगों में भय है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गृह जिला होने के कारण जल्द से जल्द हालात सामान्य करना प्रशासन की प्राथमिकता है। उपद्रव को लेकर सरदारपुरा पुलिस थाने में 14 एफआईआर (प्रथम सूचना रिर्पोट) दर्ज हुई हैं, जिनमें 250 लोगों को आरोपित बनाया गया है। 18 उपद्रवियों को नामजद किया गया है। मंगलवार दोपहर से लेकर बुधवार तक 100 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। उपद्रव में 18 लोगों को चोट आई है, जिनमें आधा दर्जन पुलिसकर्मी शामिल है। इन सभी का मथुरादास माथुर अस्पताल में इलाज जारी है।
सरकार के तीन मंत्री हिन्दू और मुस्लिम दोनों समुदायों के प्रमुख लोगों के साथ बातचीत कर हालात सामान्य बनाने में जुटे हैं। सर्किट हाउस में शांति समिति की बैठक भी हुई। शिक्षामंत्री डॉ.बी.डी.कल्ला, गृहराज्यमंत्री राजेन्द्र यादव और तकनीकी शिक्षा डॉ.सुभाष गर्ग प्रमुख लोगों से बातचीत करने के साथ ही मोहल्लों में जाकर लोगों से मिले। मंत्रियों ने अधिकारियों के साथ बैठक कर स्थिति की समीक्षा की। उदयपुर दौरे पर गए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को तीनों मंत्रियों ने फीडबैक दिया। गहलोत ने उपद्रवियों से सख्ती निपटने के निर्देश दिए हैं। उधर शहर के दस पुलिस थानों में बुधवार को दूसरे दिन भी कर्फ्यू जारी रहा। ड्रोन से हालात पर निगरानी रखी जा रही है। जिला कलक्टर हिंमाशु गुप्ता का दावा है कि हालात शीघ्र ही समान्य हो जाएंगे ।
संवेदनशील इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात
जालौरी गेट सहित पूरे पुराने शहर में बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक हवा सिंह घूमरिया,संजय अग्रवाल और पुलिस महानिदेशक नवजोत गोगई पुलिसकर्मियों के साथ संवेदनशील इलाकों का दौरा कर रहे हैं। सोजती जालौरी गेट, सोनारा मोहल्ला, सिलावटों का बास, ईदगाह के आसपास, सांवरिया स्कूल इलाके में विशेष चौकसी की जा रही है।
शेखावत ने बैठक की, गजसिंह ने अपील जारी की
केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने बुधवार को विभिन्न समाजों के प्रमुख लोगों के साथ बैठक की । उन्होंने लोगों से शांति कायम करने की अपील की। शेखावत ने उपद्रवियों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की है।पूर्व राजपरिवार के महाराजा गजसिंह ने लोगों के नाम अपील जारी कर कहा कि यह शहर अपणायत (अपनेपन) की मिसाल माना जाता है। उन्होंने कहा कि जालौरी गेट पर जो घटना हुई है उससे मुझे बहुत ठेस पहुंची है। हमारे शहर के भाई चारे पर एक काला-धब्बा लग गया ।
इन लोगों को नामजद किया गया
पुलिस ने सत्तार उर्फ ताकीर, अब्दुल वासीद, हाकिम, ताजू खान, आदिल, सोहेल, मूसा खान, इमरान ,राज उर्फ रियाज, चिराग कच्छावाह, प्रदीप कंडारा, आर्यमन उर्फ मोनू, हिम्मत, खेमाराम, नेमाराम, अंकित कुमार और हरिसिंह को नामजद किया है।
यह है मामला
ईद से एक दिन पहले सोमवार रात 12 बजे जालौरी गेट के पास सर्किल पर स्वतंत्रता सेनानी बालमुकुंद बिस्सा की मूर्ति पर मुस्लिम युवकों ने सफेद रंग का झण्डा लगाया, उस झण्डे पर चांद, सितारे बने हुए थे, सर्किल पर हरे रंग के झण्डे भी लगाए थे। यह देखकर पास खड़े दो युवकों ने उन्हे ऐसा करने से रोका और मोबाइल से वीडियो बनाने लगे तो मुस्लिम युवकों ने उनसे मारपीट की। कुछ ही देर में पूरे शहर में माहौल गरमा गया। भीड़ एकत्रित हो गई। मुस्लिम समाज के लोगों ने पत्थरबाजी की, जिसमें डेढ़ दर्जन लोगों को चोट आई। देर रात प्रशासनिक अधिकारियों ने समझा कर मामला शांत करवाया। लेकिन ईद के दिन (मंगलवार) को ईदगाह में नमाज पढ़कर जा रहे लोगों ने हिन्दुओं के घरों में पत्थरबाजी की, वाहनों को आग के हवाले कर दिया, तोड़फोड़ की, घरों में तेजाब की बोतलें फेंकी गई। इसके बाद तनाव बढ़ा तो प्रशासन ने दस पुलिस थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया । बुधवार को दूसरे दिन भी कर्फ्यू लागू रहा