छत्तीसगढ़

तिलोकचंद बरडिय़ा अध्यक्ष, पारस, प्रशांत महासचिव व अमित बने कोषाध्यक्ष

(शशि कोन्हेर) : रायपुर: श्रीऋषभदेव मंदिर ट्रस्ट रायपुर व श्रीजैन श्वेताम्बर चातुर्मास समिति-2021 की 28 अप्रैल को आराधना हॉल सदर बाजार में हुई बैठक में श्रीजैन श्वेताम्बर चातुर्मास समिति-2022 का गठन किया गया. राष्ट्रसंत श्रीललितप्रभसागरजी महाराज व राष्ट्रसंत श्रीचंद्रप्रभसागरजी महाराज सहित तीन शिष्य मुनि भगवंतों की पावन निश्रा में चातुर्मास-2022 के लिए गठित इस नयी चातुर्मास समिति में तिलोकचंद बरडिय़ा अध्यक्ष, पारस पारख व प्रशांत तालेड़ा महासचिव और अमित मुणोत सर्वसम्मति से कोषाध्यक्ष बनाए गए।

समिति के गठन से पूर्व वर्ष-2021 की चातुर्मास समिति द्वारा आय-व्यय का ब्यौरा प्रस्तुत किया गया। राष्ट्रसंत महोपाध्याय ललितप्रभसागर व राष्ट्रसंत महोपाध्याय चंद्रप्रभसागरजी एवं डॉ. मुनिश्री शांतिप्रिय सागर सहित मुनि भगवंतों का चातुर्मासिक नगर प्रवेश रविवार, 10 जुलाई को होगा. 10 जुलाई से संवत्सरी महापर्व तक इंडोर स्टेडियम के प्रांगण में सत्संग-प्रवचनमाला चलेगी।

श्रीऋषभदेव जैन मंदिर ट्रस्ट के तत्वावधान में रायपुर के गणमान्य श्रद्धालु राष्ट्र-संतों का चातुर्मास रायपुर नगर में कराने लगातार निवेदन कर रहे थे रायपुर श्रीसंघ जिसकी अनुमति राष्ट्रसंतों द्वारा संबोधि धाम जोधपुर में प्रदान की गई. राष्ट्र संतों के रायपुर चातुर्मास की घोषणा से संपूर्ण छत्तीसगढ़ में खुशी की लहर है. श्रीऋषभदेव मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष विजय कांकरिया के अनुसार चातुर्मास एवं विराट सत्संग के प्रबंधन के लिए विविध समितियां गठित की जा रही हैं।

गुरुजनों का चातुर्मासिक प्रवास जैन दादावाड़ी में होगा. वहीं पर ही बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आवास व भोजन की समुचित व्यवस्था रहेगी. गुरुजनों का दिव्य सत्संग इंडोर स्टेडियम मैदान में होगा।इसके लिए प्रशासनिक कार्यवाही पूरी हो चुकी है
राष्ट्र संतों ने 11 अप्रैल को रायपुर के लिए मंगल विहार कर लिया है. उनकी यह अहिंसा-यात्रा भीलवाड़ा, नीमच, उज्जैन, इंदौर, नागपुर होते हुए रायपुर में पूर्ण होगी।

रविवार, 10 जुलाई को गुरुजनों का चातुर्मासिक मंगल-प्रवेश होगा और उसी दिन से सत्संग का महाकुंभ प्रारंभ हो जाएगा।जो जन-जन के बीच पारिवारिक प्रेम, सामाजिक सद्भावना, व्यक्तित्व निर्माण और आध्यात्मिक विकास की सकारात्मक ऊर्जा का संचार करेगा. गुरुपूर्णिमा का दिव्य महोत्सव 13 जुलाई को संपन्न होगा।
वे 10 जुलाई से स्टेडियम में लगातार ज्ञान गंगा बहाते हुए विराट जनसभा के बीच ज्ञान का प्रकाश फैलाएंगे उनके आध्यात्मिक प्रवचन प्रतिदिन 8.45 से 10.30 तक होंगे।

सर्वधर्म सदद्द्भाव से जुड़े इन राष्ट्र संतों के प्रवचनों में सभी कौम की जनता उमड़ती है और ये जीवन को चार्ज करने वाले हर विषय पर प्रवचन देते है। इन राष्ट्र-संतों ने पूरे देश में पे्रम, शांति और भाईचारा के बीज बोए हैं. उनके लोकप्रिय प्रवचन, अनमोल वचन और शानदार किताबें आज घर-घर में सुने-पढ़े जा रहे हैं. यू-ट्यूब, फेसबुक और टी.वी. चैनलों के जरिए घर बैठे भी उनके दिव्य मार्गदर्शन का लाभ लिया जा सकता है।


राष्ट्र-संतों का रायपुर में चार माह का प्रवास होगा।अपनी 55 दिवसीय स्टेडियम की प्रवचनमाला के बाद वे शहर के विभिन्न समाजों, कॉलोनियों, कॉलेजों, संस्थानों में प्रवचन देंगे, कच्ची बस्तियों और कारागार तक में भी जीवन-सुधार का अभियान चलाएंगे।10 जुलाई से शुरू होने वाले 55 दिवसीय विराट सत्संग के लिए स्टेडियम में वाटर-पू्रफ पांडाल तैयार होगा जिसमें 10 हजार लोग एक साथ बैठकर सत्संग का आनंद ले सकेंगे।
विगत दिनों श्रीऋषभदेव मंदिर के अध्यक्ष विजय कांकरिया, कार्यकारी अध्यक्ष अभय भंसाली ट्रस्टी तिलोकचंद बरडिय़ा, ट्रस्टी राजेंद्र गोलेच्छा, ट्रस्टी उज्ज्वल झाबक सभी जोधपुर जाकर गुरुभगवंतों से मिलने व चातुर्मास विनती के लिए जोधपुर गये थे।

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