कश्मीर में हिंदुओं की हत्या से लोगों में आक्रोश, केंद्र सरकार के खिलाफ भी रोष
(शशि कोन्हेर) : कश्मीर में एक के बाद एक हिंदुओं की हत्या का सिलसिला जारी रहने से लोगों का गुस्सा भड़कता जा रहा है। बड़गाम जिले के चाडूरा में गत वीरवार को कश्मीरी हिंदू कर्मी राहुल भट्ट की आतंकियों द्वारा हत्या (टारगेट किलिंग) के बाद सियासत तेज हो गई है। पीपुल्स एलांयस फार गुपकार डिक्लेरेशन और प्रदेश भाजपा ने इस मुद्दे पर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से रविवार को मुलाकात का एलान किया है। भाजपा की कश्मीर इकाई ने कश्मीरी हिंदुओं के आक्रोष को सही ठहराते हुए रैली भी निकाली। इस बीच, जम्मू से कश्मीर तक कश्मीरी हिंदुओं का रोष प्रदर्शन शनिवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री रोजगार पैकेज के तहत कश्मीर में नियुक्ति सभी कश्मीरी हिंदुओं को घाटी से बाहर स्थानांतरित किया जाए।
दिवंगत राहुल भट्ट को प्रधानमंत्री रोजगार पैकेज के तहत ही राजस्व विभाग में नौकरी मिली थी। आतंकी हमले के वक्त पर वे चाडूरा तहसील कार्यालय में ड्यूटी पर थे। उनकी हत्या के बाद से ही कश्मीर में रहने वाले कश्मीरी हिंदू लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्हें सड़कों पर आने से रोकने के लिए पुलिस ने उनकी कालोनियों के मुख्य गेट शनिवार की सुबह बाहर से बंद कर दिए। शेखपोरा बडग़ाम, वीरवान बारामुला, वेस्सु काजीगुंड में भी कश्मीरी हिंदुओं ने भी प्रदर्शन का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें बाहर नहीं आने दिया। कश्मीरी हिंदुओं ने कहा कि हमारी सुरक्षा में नाकाम रही सरकार अब हमें घरों से भी बाहर नहीं आने दे रही है। वेस्सु के कश्मीरी हिंदू कर्मियों ने कहा कि अगर सरकार ने रविवार की सुबह तक पाबंदियां नहीं हटाई तो वह गेट तोड़कर कालोनी से बाहर निकलेंंगे और शेखपोरा बड़गाम और फिर वहां से वीरवान बारामुला स्थित कश्मीरी हिंदू ट्रांजिट कालोनी और वहां से लाल चौक के पास स्थित प्रेस एनक्लेव में धरना देंगे