अयोध्या–बढ़ेगी राम मंदिर की भव्यता…मकराना के सफेद पत्थरों से चमचमाएगा राम लला का गर्भ गृह…..
(शशि कोन्हेर) : रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण का काम इन दिनों निर्णायक दौर में है। एक जून से निर्धारित मानचित्र के अनुरूप उन शिलाओं का संयोजन शुरू होने जा रहा है, तीन दशक पूर्व जिनकी तराशी शुरू होने के साथ रामभक्त भव्य राम मंदिर का स्वप्न देखने लगे थे। यद्यपि मंदिर निर्माण की शुरुआत गत वर्ष 15 जनवरी को चार सौ गुणे तीन सौ वर्ग फीट के विशाल भू क्षेत्र में नींव खनन से ही हो गई थी, किंतु एक जून से सतह पर वह मंदिर आकार लेने लगेगा, जिसका सपना लंबे समय से रामभक्त देखते आए हैं। पहले से तराश कर रखी गईं शिलाओं के संयोजन की शुरुआत गर्भगृह से होगी।
रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने सोमवार को इंटरनेट मीडिया पर मंदिर निर्माण की अद्यतन जानकारी साझा की। इसके अनुसार मंदिर की प्लिंथ और तराशी गईं शिलाओं के संयोजन का काम एक साथ चलता रहेगा। यह शिलाएं गुलाबी बलुआ पत्थर की हैं, जिन्हें राजस्थान के भरतपुर जिले के बंसी-पहाड़पुर क्षेत्र की पहाडिय़ों से लाया गया है। मंदिर में करीब 4.70 लाख क्यूबिक फीट नक्काशीदार पत्थरों का प्रयोग किया जाएगा। अयोध्या के रामघाट स्थित कार्यशाला में पत्थरों की नक्काशी 1991 से ही चल रही है।
एक अन्य कार्यशाला राजस्थान के सिरोही जिले के पिंडवाड़ा कस्बे में भी चल रही है। यहां तराशी गई शिलाएं इन दिनों अयोध्या लाई जा रही हैं। लाल बलुआ पत्थर के साथ गर्भगृह के अंदर राजस्थान की मकराना पहाडिय़ों के सफेद कंचों का प्रयोग किया जाएगा। मकराना में सफेद कंचों की नक्काशी का भी कार्य प्रगति पर है और इनमें से कुछ नक्काशीदार संगमरमर के ब्लाक अयोध्या पहुंचने भी लगे हैं।