आयुक्त ने किया निगम संचालित गौठानों का निरीक्षण, गुणवत्तापूर्वक खाद निर्माण के दिये निर्देश….
(उदय मिश्रा) : राजनांदगांव – छत्तीसगढ़ शासन द्वारा पशुपालकों की आय में वृद्धि के लिये गोधन न्याय योजना लागू की गई हैै। जिसके तहत पशुपालकों से गोबर खरीदी कर वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण किया जा रहा है। योजना के क्रियान्वयन की कडी में नगर निगम द्वारा 4 स्थानों नवागांव, रेवाडीह, मोहारा एवं लखोली में संचालित गौठानोे में गोबर क्रय किया जा रहा है। जहॉ प्रतिदिन पंजीकृत पशुपालकों से गोबर खरीदी जाती है, खरीदे हुये गोबर से खाद के अलावा गोबर लकडी, गमला, दिया, धूप बत्ती, मच्छर बत्ती आदि भी बनाया जाता है। जिसका विक्रय कर निगम आय प्राप्त कर रहा है। उक्त चारो गौठानों का आज प्रातः नगर निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी द्वारा नगर निगम के सहायक नोडल अधिकारी संदीप तिवारी, कृषि विभाग के आर.ए.ई.ओ. यजवेन्द्र कटरे एवं पी.आई.यू. कीर्तन साहू के साथ वर्मी एवं सूपर कम्पोस्ट खाद की गुणवत्ता का निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान आयुक्त डॉ. चतुर्वेदी ने चारो गौठानों में खाद निर्माण में तेजी लाने के निर्देश दिये, उन्होंने कहा कि वर्मी एवं सुपर कम्पोस्ट खाद की गुणवत्ता में कमी नहीं होनी चाहिये तथा पैकिंग में भी सही मात्रा का ध्यान रखा जाये। कृषक एवं अन्य लोगों के द्वारा खाद की खरीदी की जाती है,उन्हें सही मात्रा में समय पर खाद उपलब्ध करायी जाये। उन्होंने कहा कि रसायनिक खाद के स्थान पर कृषक एवं लोग अब वर्मी कम्पोस्ट खाद का उपयोग कर रहे है। क्योकि वर्मी खाद के उपयोग से गुणवत्ता के साथ फसल उत्पादन होता है एवं पर्यावरण संरक्षण में भी सहायक होता है।
आयुक्त डॉ. चतुर्वेदी ने कहा कि खाद की गुणवत्ता एवं मात्रा के संबंध में गांव सहित कई स्थानों पर शिकायत प्राप्त हो रही है। निगम के सभी गौठानों में इस प्रकार की शिकायत प्राप्त नहीं होनी चाहिये, इसका विशेष ध्यान रखा जाये। उन्होंने कहा कि बारिश के पूर्व गौठानों में उपलब्ध गोबर को खाद में परिवर्तित कर लिया जाये एवं पैकिंग कर संबंधित समितियों तक पहुँचाया जाये। जिससे खाद खरीदने वालों को बरसात के दिनों में परेशानी न हो।