माफिया की धमकी से घबराकर व्यवसाई ने की आत्महत्या, असम के मुख्यमंत्री ने मांगी माफी और अवैध अदालत के फैसले पर एक को जिंदा जलाया
(शशि कोन्हेर) : असम में अपराध की दो बड़ी घटनाएं सामने आई हैं। डिब्रूगढ़ में माफिया से धमकी मिलने के बाद युवा व्यवसायी विनीत बगरिया ने आत्महत्या कर ली। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने विनीत बगरिया के परिवार से माफी मांगते हुए डिब्रूगढ़ के पुलिस अधीक्षक की खिंचाई की है। मुख्यमंत्री ने मृतक के घर जाकर परिजनों के सामने पुलिस अधिकारी को कड़ी फटकार लगाई।
मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा- मैं वास्तव में शर्मिंदा हूं। आपकी (पुलिस और प्रशासन) की मौजूदगी के बावजूद माफिया यहां आया। मुझे इससे ज्यादा शर्म कभी नहीं आई…। मुझे यह जानकर वास्तव में शर्म आ रही है कि पुलिस और प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा की फटकार के बाद अब आनन फानन ने असम पुलिस ने विनीत बगरिया को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में बैदुल्ला खान और एक निशांत शर्मा को गिरफ्तार किया है जबकि एक आरोपी एजाज खान फरार है। बगरिया गुरुवार को डिब्रूगढ़ स्थित अपने आवास पर मृत पाए गए।
वहीं दूसरी घटना असम में नगांव जिले के एक गांव में हुई जहां कंगारू अदालत (अवैध अदालत) के फैसले के बाद एक व्यक्ति को जिंदा जला दिया गया। समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक जिंदा जलाए जाने वाले 35 वर्षीय रंजीत बोरदोलोई पर एक महिला की हत्या करने का आरोप लगाया गया था।
पुलिस ने रविवार को बताया कि समागुड़ी पुलिस थाना क्षेत्र के तहत आने वाले बोरलालुनगांव और ब्रह्मपुर बमुनी में हुई वारदात में तीन महिलाओं सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। यह वारदात शनिवार रात को हुई थी।