अतीक अहमद के दफ्तर दीवारों और फर्श से पिस्टल-तमंचा का जखीरा मिला, इतना कैश बरामद हुआ कि नोट गिनने की मशीन बुलानी पड़ी
(शशि कोन्हेर) : प्रयागराज में सनसनीखेज उमेश पाल हत्याकांड की जांच में जुटी पुलिस को मंगलवार को बड़ी सफलता हाथ लगी है। अतीक अहमद के धूमनगंज स्थित मकान में बने दफ्तर से मंगलवार को पुलिस ने बड़ी संख्या में असलहे और कैश बरामद किए हैं।
यह असलहे और कैश दीवारों के साथ ही फर्श के नीचे दबाकर रखे गए थे। दीवारों और फर्श को तोड़ने के बाद इन्हें बरामद किया गया। चकिया स्थित जिस कार्यालय को बसपा शासनकाल में गिरा दिया गया था, वहीं से यह बरामदगी हुई है।
पांच और दो सौ के नोटों में पूरा कैश है। इसे गिनने के लिए नोट गिनने वाली मशीन भी मंगाई गई है। भारी पुलिस बल के साथ अफसरों की टीम वहां मौजूद है। एक-एक कर हर कमरे की दीवारें और फर्श तोड़े जा रहे हैं।
पुरामुफ्ती थाना इंचार्ज खुद नोटों को गिनने में लगे हैं। पुलिस ने दफ्तर में काम करने वाले दो लोगों को पकड़ा था। उनकी निशानदेही पर छापेमारी हुई बरामदगी की जा रही है।
पुलिस कमिश्नर की मौजूदगी में इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया है। पुलिस के अनुसार कुल दस असलहे मिले हैं। इनमें नौ पिस्टल और एक तमंचा है।अब तक 80 लाख रुपयों गिनती हो चुकी है। एक करोड़ से अधिक रुपए होने की संभावना है।काफी संख्या में कारतूस भी मिले हैं।
उमेश पाल हत्याकांड के बाद यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई कही जा रही है। 24 फरवरी को राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल समेत तीन लोगों को गोलियों और बम से मार डाला गया था। हत्याकांड में अतीक अहमद के पूरे परिवार को नामजद करने के साथ ही एसटीएफ को जांच में लगाया गया है। अब तक दो लोगों को पुलिस ने मार गिराया है। कई लोगों को एनकाउंटर में पकड़ा गया है।