छत्तीसगढ़

14 हाथियों के दल ने मचाया उत्पात- रतजगा करने मजबूर ग्रामीण

(मुंन्ना पाण्डेय) : लखनपुर+(सरगुजा)
वन परिक्षेत्र लखनपुर के ग्राम बिनिया पटकुरा जंगल में 3 दिन पहले सोमवार को पहुंचे 14  जंगली हाथियों के दल ने आतंक मचा रखा है। जानकारी के मुताबिक कुछ दिनों पहले जगली हाथीयों के पांव के निशान देखे गए थे। क्षेत्र के  लोगों ने बताया  कि ग्राम बिनिया के सूखा बहार  में छेरतू मझवार के  खेत में लगे गर्मी धान फसल को  जंगली हाथियों ने नुकसान पहुंचाया है।

खाने एवं रौंदने की जानकारी दी गई है। वही बीते 3  मई   बुधवार  की रात 14 हाथियों के दल ने  पटकुरा निवासी देव नारायण यादव  के 4 एकड़ खेत में लगे धान फसल को  खाया एव  रौंद कर क्षति पहुंचाया है। वन विभाग    की मानें तो   14 जंगली हाथियों के दल में  6 नर 5 मादा 3 बच्चे शामिल हैं कुछ दिनों पहले ये सभी जंगली हाथी वन परिक्षेत्र धरमजयगढ़ के सीमावर्ती  धौराबाडी जंगल में विचरण कर रहे थे ।

अब लखनपुर वनपरिक्षेत्र के  पटकुरा जंगल में प्रवेश कर  गये है। और फसलों को नुकसान पहुंचाया है।वन विभाग ने अपने जानकारी में बताया है कि मौजूदा वक्त में  जंगली हाथियों का समुह  धरमजयगढ़ लखनपुर वनपरिक्षेत्र के सरहदी धौरा बाड़ी में  डेरा जमाये हुये हैं। जो चाप कछार  जंगल से लगा हुआ है।


इस संबंध में रेंजर सूर्यकांत सोनी ने बताया  कि हाथी विचरण क्षेत्र में हिफाजती दस्ता तैनात कर दिया गया है तथा गांवों में  सतत मुनादी कराई जा रही है।  वन प्रबंधन समिति एवं हाथी मित्र दल रेडियो के माध्यम से सभी को सचेत कर रहे हैं। 

सक्रिय ग्रामीणों एवं युवाओं के सहयोग से हाथी दल के विचरण वाले एरिया की  मॉनिटरिंग की जा रही है साथ ही होने वाले क्षति का भी आंकलन किया जा रहा है। किसी प्रकार की जनहानि न हो इसके मद्देनजर  पूरी तरह से एहतियात बरती जा रही है। वन अमला सक्रिय रूप से निगरानी करने जुटी हुई है।


बहरहाल क्षेत्र के लोगो को अपने जानोमाल  हिफाजत के लिए रतजगा करना पड़ रहा है।

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