बिलासपुर से कावड़ियों की टोली निकली बाबा बैजनाथ धाम के लिए, सुल्तान गंज से जल उठाकर करेंगे पद यात्रा….
(प्रदीप भोई) : बिलासपुर – सावन महीने की शुरुआत 14 जुलाई से हो गई थी और ये भगवान भोलेनाथ की भक्ति का महीना माना जाता है. मान्यता है कि इस महीने मे जो भक्त भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त कर लेता है उसकी हर मनोकामना पूर्ण होती है. भगवान शिव को मानने वाले सावन के महीने में कांवड़ यात्रा लेकर जाते हैं और उन पर जल चढ़ाते हैं. सावन का पावन महिना आते हि कावड़ियों की टोली बाबा धाम की यात्रा मे हर गली मोहल्ले से निकल जाति है सरकंडा पार बोल बम सेवा समिति के द्वारा श्याम साहू पार्षद के नेतृत्व मे विगत 23 वर्षों से बाबा बैजनाथ धाम की यात्रा को हर साल जाते है इस वर्ष भी 60 कावरिया की टोली आज सुल्तान गंज के लिए रवाना हुवे सुल्तान गंज से जल उठाकर पैदल बाबा बैजनाथ धाम जाकर जल अभिषेक करेंगे छत्तीसगढ़ और बिलासपुर में रहने वालो के लिए अमन चैन की प्रार्थना करेंगे।
सबसे पहले जान लेते हैं कि कांवड़ यात्रा क्या होती है. दरअसल धार्मिक शास्त्रों के मुताबिक भगवान शिव के ज्योतिर्लिंग पर गंगा जल चढ़ाने की परंपरा को कांवड़ यात्रा कहा जाता है. ये जल एक पवित्र स्थान से अपने कंधे पर ले जाकर भगवान शिव को सावन की महीने में अर्पित किया जाता है. इस यात्रा के दौरान भक्त बल भोले के नारे लगाते हुए पैदल यात्रा करते हैं. कहा ये भी जाता है कि कांवड़ यात्रा करने वाले भक्तों को अश्वमेघ यज्ञ के समान पुण्य मिलता है.