इस जिले में मिलता है विशेष तरह का फल, जो स्वादिष्ट होने के साथ ही आती है औषधि के काम..
(उज्ज्वल तिवारी) : पेंड्रा। प्राकृतिक रूप से किस्म किस्म के फल पाए जाते हैं। जो लोगों को मनभावन एवं स्वादिष्ट रहते हैं। जिले में भी इसी तरह से फल विशेष किस्म का फल मिलता है। इसी प्रकार गुलाब जामुन का नाम ही सुनकर मुंह में पानी आ गया ना, जी है लोग गुलाब जामुन का नाम आते ही यही सोचते है कि गुलाब जामुन जो आप होटल या रेस्टोरेंट में मिलता है खोवे का बनाया जाता है।
पर आप शायद ही इस फल को जिसे गुलाब जामुन के नाम से जानते होंगे क्योंकि इसका स्वाद बिल्कुल गुलाब जामुन की तरह ही होता है। यह अमरूद की तरह दिखने वाला हल्का पीले-हरे रंग का होता है।यह फल पेड़ पर फरवरी में लगना शुरू हो जाता है और अप्रैल- मई तक खाने लायक हो जाता है। इसमें एक बड़ा बीज भी होता है।फल और बीज दोनो में औषधि गुण होते है जो शरीर के लिए काफी लाभदायी होते है।
वैसे तो आप काफी गुलाब जामुन खाए होंगे, पर जो गुलाब जामुन आप खाए होंगे वो शादियों, बर्थडे पार्टी या रेस्टोरेंट में ही लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह कई राज्यों में ऐसे पेड़ भी हैं, जहां गुलाब जामुन लगते हैं। जी हां, आपने सही पढ़ा! हम यहां मिठाई नहीं बल्कि एक तरह के फल की बात कर रहे हैं, जिसे गुलाब जामुन कहा जाता है।
इस फल की खुशबू और स्वाद भी बिल्कुल हलवाई की दुकान में मिलने वाले गुलाब जामुन की तरह का ही होता है। यह फल का का पेड़ मुख्यत उत्तरप्रदेश, बिहार, झारखंड,मध्य प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड के साथ हमारे छत्तीसगढ़ में पाए जाते हैं। इसके अलावा दक्षिण भारत उत्तर पूर्व के कुछ राज्यों में भी कहीं-कहीं मिलते है।
यह गुलाब जामुन देखने मे अमरूद की तरह हल्का पीले-हरे रंग का होता है और यह फल पेड़ पर फरवरी में लगना शुरू हो जाता है और अप्रैल- मई तक गुलाब जामुन का खाने लायक हो जाता है। वहीं इस फल की खासियत है कि इस फल में काफी प्रोटीन होते है साथ ही इसका बीज भी स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभकारी होता है।
वहीं जानकर इसके बीजों को फेंकने की सलाह नही देते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि कई फल के बीज में कई औषधीय गुण होते हैं। फल के बीज का सेवन शरीर में नए सेल्स बनाने का काम करता है। इस फल के बीज का पाउडर ब्लड शुगर को कंट्रोल कर डायबिटीज़ में काफी फायदा करता है। तो इस फल के पेड़ के पत्ते भी काफी फायदा करता है।
जिस तरह इस फल के बीज डायबिटीज में फायदा पहुंचाते हैं। उसी तरह गुलाब जामुन के पत्ते भी कम नहीं हैं। इसमें मौजूद गुण किसी भी तरह की डायबिटीज़ में फायदा पहुंचा सकते हैं। इसके लिए आपको पत्तियों को सुखाना है और फिर इनका पाउडर तैयार कर लेना है। इस पाउडर को गुनगुने पानी के साथ पी लें। इससे भी शगुर को कंट्रोल किया जा सकता है।हालांकि हमारा कहना है कि कोई भी जड़ी बूटी दवाइयां खाने से पहले डॉक्टरों की सलाह लेकर ही दवाइयों का सेवन करे।