राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र पहाड़ी कोरवा परिवार की सामूहिक आत्महत्या से हिला प्रशासन..शुरू हुई लीपापोती..!
(शशि कोन्हेर) : बगीचा विकासखंड के ग्राम पंचायत सामरबार झुंमराडुमर पारा निवासी विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा परिवारों के 35 वर्ष राजू राम पत्नी 22 वर्ष भिनसारी बालिका 3 वर्ष देवन्ती 1 वर्ष बालक देवन्त ने 1 अप्रैल की रात को आत्महत्या कर लिए हैं। जिला प्रशासन को खबर मिलते ही कलेक्टर डॉ रवि मित्तल गांव घटना स्थल पर पहुंचकर परिजनों से मुलाकात किए और परिजनों को प्रशासन द्वारा हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया। पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंच गई है।
परिवार वालों ने बताया कि जिला प्रशासन ने परिवार के लिए अन्तोदय राशन कार्ड बनाकर दिया है। साथ ही मनरेगा के तहत जाब कार्ड बनाया है और कार्य करने के एवज में मजदूरी भुगतान किया गया। 19 मार्च 23 को उचित मूल्य दुकान से 35 किलो चावल, 2 किलो नमक, 2 किलो चना, 1 किलो शक्कर भी दिया है। परिवार को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया गया है। मकान बनकर तैयार है।
जिला प्रशासन नें प्रभावित परिवार को हर संभव सहायता करनें का अश्वासन दिया है। एसडीएम बगीचा आर. पी. चौहान ने बताया कि परिवार के सभी सदस्यों का आयुष्मान कार्ड बनाया गया है। बच्चे कुपोषित नहीं है, उन्हें आंगनबाड़ी केंद्र से रेडी टू ईट नियमित मिलता था। मृतक राजूराम का मकान पक्का है और उसे बिजली की भी सुविधा दी गई है।
बीती रात पहाड़ी कोरवा राजू राम उसकी पत्नि भिंसारी ने अपने एक 3 साल और एक डेढ़ साल के बच्चे साथ सामूहिक आत्महत्या कर ली थी। रविवार की सुबह इसके घर के पास के एक पेड़ पर फांसी के फंदे में झूलते हुए इन चारो का शव देखा गया। ग्रामीणों की सूचना पर सबसे पहले बगीचा पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और जांच की कार्यवाही कर रही है।
जिले के बगीचा में पहाड़ी कोरवा परिवार द्वारा किए गए सामूहिक आत्महत्या के कारणो का खुलासा अभी तक नहीं हो पाया है। आत्महत्या से पहले क्या हुआ, किन परिस्थितियों में इस परिवार ने इतना बड़ा कदम उठाया इसकी तहकीकात करने कलेक्टर रवि मित्तल पूरी टीम के साथ घटनास्थल पहुंच गए हैं। मृतको को जानने वाले, उनके रिश्तेदार सहित कुछ लोगों से पुलिस बयान लेकर मामले की जांच कर रही है, कोरवा परिवार द्वारा इतना बड़ा कदम उठाये जाने के कारण का पता लगाया जा रहा है।