छत्तीसगढ़

11 महीने बाद प्रदेश में भाजपा की सरकार आ रही है इसलिए प्रशासन सोच समझकर निर्णय लें….

(इरशाद अली संपादक लोकस्वर टीवी ) : बिलासपुर / नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि जिला प्रशासन सोच समझकर निर्णय ले क्योंकि 11 महीने बाद प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने वाली है।उन्होंने यह चेतावनी महतारी हुंकार रैली के लिए प्रशासन द्वारा परमिशन न दिए जाने को लेकर दी है। बिलासपुर के छत्तीसगढ़ भवन में पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि लोकतंत्र में यह सब उचित नहीं है। आपातकाल की याद दिलाने जैसा निर्णय लिया जा रहा है।

उसके बावजूद 11 नवंबर को महतारी हुंकार रैली पूरे उत्साह के साथ गांधी चौक से नेहरू चौक तक निकाली जाएगी, जिसमें महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष के अलावा केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी शामिल हो सकती हैं।श्री चंदेल ने कहा कि भूपेश बघेल सरकार को 4 साल पूरे हो रहे हैं।उन्होंने चुनाव के समय जो 36 बिंदुओं वाला जन घोषणा पत्र जारी किया था उसे पूरा नहीं किया है।

पूर्ण शराब बंदी लागू नहीं की गई। महिला स्व सहायता समूह का रोजगार छीन लिया गया, जिसकी वजह से 40 हज़ार महिलाओं का परिवार परेशानी का सामना कर रहा है। प्रदेश में अपराध खूब बढ़ा है। शांति के टापू इस छत्तीसगढ़ में हर तरफ गोलियां चल रही हैं खूनी खेल खेला जा रहा है जिससे प्रदेश के नागरिक डरे सहमे हुए हैं।

विधानसभा चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि भाजपा चुनाव के लिए रोज तैयारी करती है। प्रदेश में 23681 मतदान केंद्र हैं जहां भाजपा की इकाई बनी हुई है। हर दिन उनके यहां संगठन में कुछ न कुछ कार्यक्रम होते हैं जिसकी वजह से भाजपा को चुनाव की तैयारी करने के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है। चुनावी मुद्दे को लेकर उन्होंने कहा कि कांग्रेस का घोषणा पत्र ही सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा है। 2018 में कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में 68 सीट मिली थी वहीं भाजपा 15 सीट पर आ गई थी।

उसके बाद हुए लोकसभा चुनाव में परिणाम जो आया है उसने स्पष्ट कर दिया कि कांग्रेस 68 नहीं अब 15 सीट पर आ चुकी है और बीजेपी 68 सीटों पर पहुंच चुकी है। उस वक्त जो कांग्रेस का नारा था वक्त है बदलाव का उसे जनता ने अब पछताव का मान लिया है। नारायणपुर में विधानसभा उपचुनाव को लेकर नेता प्रतिपक्ष ने कहा की भाजपा संजीदगी के साथ चुनाव लड़ेगी।

श्री चंदेल ने स्वीकार किया कि अभी इसके लिए प्रत्याशी का नाम तय नहीं हुआ है मगर जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं से चर्चा करने के बाद जो भी नाम सामने आएगा उसे आम राय के साथ प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में तय किया जाएगा। उसके बाद पैनल बनाकर केंद्रीय चुनाव समिति और संसदीय समिति से अप्रूवल लेकर चुनाव मैदान में उतारा जाएगा। भाजपा में गुटबाजी के सवाल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस और भाजपा में बड़ा अंतर है बीजेपी कैडर वैचारिक और कार्यकर्ता बेस की पार्टी है जबकि कांग्रेस में ऐसी स्थिति नहीं है।

ईडी के छापों को लेकर नेता प्रतिपक्ष ने बताया कि देश भर में ईडी के छापे पड़ रहे हैं सर्वे के बाद ही छापा मारा जाता है। आईटी के छापों के बाद जो मामला ईडी के लायक होता है उसे ईडी के पास भेजा जाता है। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान का छत्तीसगढ़ पहला ऐसा प्रदेश है जहां कलेक्टरों के बंगलों को सील किया जा रहा है। आखिर कलेक्टर इतनी धनराशि कहां से ला रहे हैं यह सामने आना चाहिए।

नारायण चंदेल ने भूपेश सरकार पर हमला करते हुए कहा कि ईडी की प्रेस नोट में कोयला व्यापारियों से प्रति टन ₹25 लेने का जिक्र है इस अवैध कमाई की राशि 4 साल में 3 हज़ार करोड़ रुपए होती है। यह राशि कहां गई किसके पास है। कांग्रेस पार्टी और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को श्वेत पत्र जारी कर बताना चाहिए कि अवैध कमाई का 3 हज़ार करोड़ आखिर कहां है।

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