आखिर क्या है लाल डायरी का राज, जो बना है गहलोत का सरदर्द..?
(शशि कोन्हेर) : अपनी ही सरकार पर सवाल उठाने की वजह से मंत्री पद से बर्खास्त किए गए कांग्रेस नेता राजेंद्र गुढ़ा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मुश्किलें बढ़ाने में जुट गए हैं। ‘लाल डायरी’ दिखाकर राजस्थान की राजनीति में सनसनी पैदा करने वाले गुढ़ा ने अब इसके पन्ने पलटने शुरू कर दिए हैं। बुधवार को एक प्रेस कॉन्फेंस करके गुढ़ा ने डायरी के कुछ पन्ने पढ़े और राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए) में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। गौरतलब है कि आरसीए के प्रमुख अशोक गहलोत के बेटे वैभव हैं। गुढ़ा ने कहा अपने दावों को पहली किस्त बताते हुए कहा कि आगे भी लाल डायरी के खुलासे करते रहेंगे।
गुढ़ा ने कुछ पन्ने पढ़ते हुए दावा किया कि धर्मेंद्र राठौड़ की लिखावट है। उनसे जब पूछा गया कि यह लाल डायरी किसकी है, तो गुढ़ा ने कहा कि यदि किसी को शक हो तो इसका मिलान धर्मेंद्र राठौड़ की हेंडराइटिंग से कर ली जाए। राजेंद्र गुढ़ा ने कुछ वाक्यों को पढ़ते हुए कहा कि यह राठौड़ और मुख्यमंत्री के ओएसडी के बीच बातचीत है। उन्होंने कहा कि यह पहली किस्त है और आगे भी खुलासे करते रहेंगे। कांग्रेस नेता ने जेल भेजे जाने की आशंका जाहिर करते हुए कहा कि यदि उन्हें अंदर कर दिया गया तो उनकी तरफ से कोई और डाल डायरी के राज खोलेगा।
गुढ़ा ने कहा, ‘इसमें जिस तरह करप्शन की सारी बातें लिखी हैं, एक पॉइंट मैंने आपको बता दिया। तीन पॉइंट और इसके बाद में। मेरे विश्वसत के पास सारी जानकारी है। मैं समय-समय पर जानकारी देता रहूंगा। मेरे खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। यदि मुझे जेल में डाल देंगे तो कोई दूसरा आपको जानकारी देगा। बाहर रहा तो मैं बताऊंगा।’
गुढ़ा से जब पूछा गया कि वह एक साथ पूरी डायरी सार्वजनिक क्यों नहीं करते, क्या वह सरकार को ब्लैकमेल करना चाहते हैं, इस पर उन्होंने कहा, ‘सरकार मुझे ब्लैकमेल कर रही है। मुझ पर मुकदमे लगाए जा रहे हैं। माफी मांगने को कहा जा रहा है। दबाव बनाया जा रहा है। मेरे हाथ में डायरी थी।’ एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘हाउस में मुझ से छीनी गई। विधानसभा में राजस्थान के साढ़े सात करोड़ जनता की तकदीर का फैसला होता है विधानसभा में। किसी से ऐसे डायरी छीनी जा सकती है क्या। छीनने वाले पर ऐक्शन होना चाहिए था मुझे निकाल दिया।’