नाबालिग के अपहरण और दुष्कर्म के आरोपी की कई माह (8 माह) बाद गिरफ्तारी को अपनी बड़ी सफलता बता कर गाल बजा रही है कोनी पुलिस
(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर। ग्राम लोफंदी कछार और सेंदरी मैं रेत की अंधाधुंध खुदाई में सर से पांव तक डूबी कोनी पुलिस को ना तो क्षेत्र के अपराधियों की नकेल कसने से कोई मतलब है और ना वारदात के बाद फरार आरोपियों को ही पकड़ने की उसे कोई फुर्सत ही है। मुख्यमंत्री के सख्त आदेश के बाद भी पूरी बेशर्मी के साथ रेत के अवैध धंधे में लिप्त कोनी पुलिस को तो रेत की अवैध खुदाई के खिलाफ मुख्यमंत्री की सख्त हिदायत की कोई चिंता है और ना अपने ही वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देशों को मानने की हीउसे कोई फिक्र है। उसकी सक्रियता और चुस्ती फुर्ती का ऐसा कोई उदाहरण जिले में शायद ही कहीं और देखने को मिले। जिस अपराध की रिपोर्ट कोनी पुलिस थाने में 8 फरवरी को की जाती है। उसके आरोपी को 9 अक्टूबर अर्थात 8 माह बाद गिरफ्तार करने को ही अपनी उपलब्धि और शानदार सफलता बता कर अपने मुंह मियां मिट्ठू बन रही है कोनी पुलिस।
मजे की बात यह है कि 8 माह से फरार जिस आरोपी की इस थाने के द्वारा जमकर पतासाजी की जा रही थी। वह आरोपी आखिर पकड़ाया भी तो कोनी से ही। हो सकता है वह फरार ना होकर पुलिस की मेहरबानी से कोनी में ही कहीं रह रहा हो। इस पुलिस की सक्रियता की ऐसी ही मिसाल थाना क्षेत्र के गांव गांव में देखने को मिल सकती है। जिस आरोपी को गिरफ्तार करने के नाम पर पुलिस के द्वारा अपनी पीठ थपथपाई जा रही है। उसके खिलाफ थाने में रिपोर्ट 8 फरवरी 2022 को की गई थी। प्रार्थिया ने थाने में उपस्थित होकर यह रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसकी नाबालिग लड़की को कोई व्यक्ति बहला-फुसलाकर भगा ले गया है।
बकौल पुलिस इस रिपोर्ट के बाद वह आरोपी और नाबालिग लड़की की पतासाजी में जमीन आसमान एक कर दे रही थी। लेकिन उसका पता नहीं चला। पुलिस ने 363 भारतीय दंड विधान के तहत इस मामले को दर्ज कर लिया। अब 9 अक्टूबर को अर्थात 8 माह बाद कोई पुलिस को मुखबिर से सूचना मिलती है कि अपहृत बालिका छोटी कोनी में किसी राज गढेवाल के मकान में है। इस सूचना की तस्दीक पर पुलिस ने अपहृत बालिका को छोटी कोनी से बरामद कर लिया। और इस नाबालिग ने बताया कि राज गढेवाल शादी का झांसा देकर इसके साथ जबरिया संबंध बनाया रहा था और शादी का झांसा देकर उसे भगा ले गया। लेकिन बाद में उसने शादी करने से साफ इनकार कर दिया। बहरहाल पुलिस ने नाबालिग लड़की को बरामद करने के साथ ही आरोपी को भी धारा 366, 376 और 4-6 पॉक्सो एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया है। अब आप ही बताइए कोनी पुलिस ने इस मामले में ऐसा कौन सा तीर मारा है जिसे वह अपनी सबसे बड़ी सफलता बता रही है। बल्कि यह मामला तो छत्तीसगढ़ी कहावत…बगल मां लईका अऊ शहर मां डिंडौरा.. जैसा ही लग रहा है।