बीजेपी के लिए यूपी के बाद अब गोवा में भी बगावत का संकट, पूर्व रक्षा मंत्री स्वर्गीय मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्कर्ष….
(शशि कोन्हेर) : पणजी – उत्तर प्रदेश में पार्टी के भीतर हुई बगावत और इस्तीफो के संकट से जूझ रही भारतीय जनता पार्टी के लिए अब, गोवा से भी अच्छी खबर नहीं आ रही है। वहां पूर्व रक्षा मंत्री स्वर्गीय मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्कर्ष पर्रिकर के बागी तेवरों ने पार्टी को चिंतित कर दिया है। उत्कर्ष पर्रिकर ने गोवा की पणजी सीट से अपनी दावेदारी न केवल पेश कर दी है, वरन उन्होंने तीन माह से पणजी में घर-घर जाकर अपना चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया है। bjp के लिए मुश्किल यह है कि वो यहां से सिटिंग विधायक बाबूश मोनशराट का टिकट कैसे काटे। काबिले गौर है कि पणजी सीट से मनोहर पर्रिकर चुनाव लड़ा करते थे। सन 2019 में स्वर्गीय मनोहर पर्रिकर के निधन के पश्चात बीजेपी ने इस सीट से श्रीपाद कुंकलीएन्कर को टिकट दिया था। हालांकि इस चुनाव में कांग्रेस के बाबुश ने भाजपा को परास्त कर दिया था। हालांकि 2019 में बाबूश समेत 10 कांग्रेस विधायकों ने पाला बदलकर बीजेपी का दामन थाम लिया था। इतना ही नहीं बाबूश की पत्नी जेनिफर को गोवा की भाजपा सरकार में अहम राजस्व विभाग दिया गया था। बताया जा रहा है कि बाबूश पणजी सीट को छोड़ने के मूड में नहीं है। वहीं उप्पल पर्रिकर भी यहीं (पणजी)से चुनाव लड़ना चाहते हैं। बीजेपी के लिए मुश्किल यह है कि कहीं बाबुश से यह सीट लेकर उत्पल पर्रिकर को दे दी गई तो बाबूश पार्टी के लिए मुसीबत बन सकते हैं। बाबूश पणजी से ही विधायक हैं। उनके बेटे पणजी के मेयर हैं। वही उनकी पत्नी तालेगांव से विधायक है। बाबूश का असर पणजी और उसके आसपास की 5-6 विधानसभा सीटों पर है। भारतीय जनता पार्टी के गोवा प्रांत प्रभारी और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उत्पल पर्रिकर का नाम लिए बिना कहा है कि पार्टी किसी को सिर्फ इसीलिए टिकट नहीं दे सकती कि वह किसी बड़े नेता का बेटा है। लेकिन श्री फडणवीस के इस बयान से मामला सुलटने की बजाए और भड़क गया है। उत्कर्ष ने श्री फडणवीस के विचारों को रद्दी की टोकरी में डालते हुए कहा कि पार्टी, स्वच्छ छवि वालों को अपना प्रत्याशी बनाएं।श्री पर्रिकर ने यह कह कर पार्टी की चिंता बढ़ा दी है कि वे पणजी से ही चुनाव लड़ेंगे.. और उनके पिता स्वर्गीय मनोहर पर्रिकर के साथियों तथा समर्थकों का समर्थन भी उन्हें प्राप्त है।